The Antichrist मसीह विरोधी कौन है ? (Part- 3) | Illuminati


पिछले लेख में, हमने बात की थी कि कैसे एंटीक्राइस्ट की आत्मा

 बेबीलोन से यूरोप में चली गई थी और फिर वहाँ पर ठहरी रही ।


फिर 1700 के दशक में यह Antichrist कि आत्मा जर्मनी पहुँच गई और एक आदमी ने फ्रैंकफ़र्ट में एक दुकान खरीदी और दुकान के ऊपर एक लाल रंग कि शील्ड थी और उसने खुद को रॉथशील्ड कहलाना पसंद किया

आप में से कुछ लोग उन्हें रॉथशाइल्ड के नाम से जानते हैं। और वो एक और दुसरे व्यक्ति से प्रभावित था जिसका नाम था Adam Weishaupt और उसमे एक एंटीक्राइस्ट की आत्मा थी।

वह यीशु मसीह और ईसाई धर्म के ख़िलाफ़ था। उसने एक ग्रुप बनाया जिसे बावेरियन इल्लुमिनाटी कहा गया। उन्हें लगता था कि उनके पास प्रकाशिय ज्ञान था, जैसे कि बाढ़ के पहले और बाढ़ के बाद अन्य महापुरुषों के पास था ।

लेकिन हम जानते है कि उन्हें पर एंटीक्राइस्ट की आत्मा का प्रभाव था, जो कि शैतान था। जिसने उन्हें बुराई का ज्ञान दिया था।

अब, ये दोनों व्यक्ति, एक Jesuit और दूसरा एक बदहाल (struggling) यहूदी व्यक्ति, उन्होंने अपने इस ग्रुप को बढाया और उनका ग्रुप बड़ा होता चला गया। और उन्होंने  दूसरे लोगों के एक और ग्रुप को अपने साथ शामिल कर लिया, जिन्हें उस समय इंग्लैंड में Freemasons कहा जाता था।

Freemasons अपनी शुरवात में सही में, एक अच्छे लोगो का ग्रुप था। उन्होंने वास्तव में इसे एक-दूसरे की मदद करने के लिए मिलकर शुरू किया था, लेकिन फिर उन पर इल्लुमिनाटी ने अतिक्रमण कर लिया और फिर वे एक कारीगरो के मेसन ग्रुप से बदलकर एक आधियात्मिक मेसन ग्रुप में बदल गए

वे इल्लुमिनेशन के एक नकली प्रकाश को अपनाते चले गए। और उन्होंने उस आत्मिक ज्ञान पर ध्यान केन्द्रित करना शुरू कर दिया जो शैतान ने उनको दिया-आत्मिक, लुसिफ़र का प्रकाशन।

2 कुरंथियो 11:14

और यह कुछ अचम्भे की बात नहीं क्योंकि शैतान आप भी ज्योतिर्मय स्वर्गदूत का रूप धारण करता है।

 

तो अब ये समझना बहुत जरुरी है क्योकि जब आप इतिहास में पीछे मुड कर सभी धर्मो को देखते है, तो सभी में सूर्य देव के रूपक है , ज्यादातर सभी धर्मो के मुख्य इश्वर लूसिफ़ेर के ही रूपक मिलते है वे सब लुसिफेर की और केन्द्रित होते है बिलकुल एक ज्ञान के प्रकाश के तौर पर जैसा प्रकाशित सूर्य “1 डॉलर” के नोट पर बना हुआ है लगभग हर एक धर्म के इश्वरो के साथ भी आपको ऐसा ही प्रकाशित ज्ञान का सूर्य चमकता हुआ मिलेगा

इस 1 डॉलर बिल पर एक दिव्य आँख है जो अपने प्रकाश से पुरे पिरामिड को प्रकाशित कर रही है और ये one eye भी आपको almost सभी religion के इश्वरो के साथ भी connected मिलेगी

वो मानते है कि लूसिफ़ेर ही वो ज्ञान का प्रकाश है जिसने अपने आप को बलिदान किया “Sacrifice” किया ताकि हम लोगो को ज्ञान की ज्योति या light of knowledge मिल सके जोकि वास्तव में बुराई का ज्ञान है “the knowledge of evil”


याद रखिये जब परमेश्वर ने इन्सान को बनाया था तब उसे बुराई के ज्ञान से दूर रखा था लेकिन ये शैतान ही था जिसने इन्सान को बुराई का ज्ञान दिया

 

लेकिन इल्लुमिनती वाले कहते है कि यह खुद से, गहराई से विचार करने का ज्ञान है – हा हा हा 

लेकिन ये सब शुरू हुआ था आदम और हव्वा से जब शैतान से उनको परमेश्वर के विरुद्ध जाने के लिए मना लिया था – यही तो थी वो Antichrist की आत्मा

 

उन्होंने परमेश्वर की आज्ञा न मानी और फिर उन्होंने वो फल खाया और बुराई और पाप के ज्ञान को ग्रहण कर लिया

 

मेसन के 33 डिग्री के संयुक्त महासचिव अल्बर्ट पाइक ने कहा था

"LUCIFER THE LIGHT BEARER, STRANGE AND MYSTERIOUS NAME

GIVEN TO THE SPIRIT OF DARKNESS.

LUCIFER THE SON OF THE MORNING, IS IT HE WHO BEARS THE LIGHT?

DOUBT IT NOT"


अथार्त 

लूसिफ़ेर जो प्रकाश वाहक है उसको अंधकार की आत्मा कह कर बुलाना 

बहुत ही अजीब बात है लूसिफ़ेर तो सुबह का पुत्र है क्या वो प्रकश को धारण करके नहीं रखता 

इसमें आप कोई संदेह न करे कि लूसिफ़ेर ही प्रकाश है 

  • ऐसा लिखा है मॉरल्स एंड डोग्मा नमक किताब के पेज नंबर 321 पर


इल्लुमिनती ने बहुत से ग्रुप्स पर अतिक्रमण कर लिया है, बहुत सारे ग्रुप्स पूरी दुनियाभर में और आज ये बहुत ज्यादा पावरफुल है for ex- The Freemasons, वो अपने ग्रुप्स को Lodges कहते है जहा पर लोग मिलते है मतलब कि उनके clubs

आपको ये समझने कि जरुरत है कि वो सभी इस विचारधारा को फॉलो करते है कि

वो परमेश्वर जोकि अच्छा है और जिसमे कुछ भी अंधकार नहीं है वास्तव में वो बुरा है

और वो ये विश्वास करते है कि लूसिफ़ेर अच्छा है क्योकि लूसिफ़ेर ने हमें प्रकाश दिया है अच्छे बुरे का ज्ञान दिया है –

जोकि वास्तव में बुराई का ज्ञान है

 

और अब जब हम 1900 के दशक में आते हैं। तो ये ग्रुप,  शक्तिशाली संगठनों और सरकारों में घुसपैठ कर चुके थे, और 1957 में उन्होंने Treaty of Rome (“रोम की संधि”) को बनाया, जिससे यूरोपीय संघ यानिकी “EU” (Europe Union) की स्थापना हुई।

 क्या आप समझ पा रहे हैं? कि वे कितने शक्तिशाली हैं

  • और फिर 2007 में उन्होंने the Treaty of Lisbon को बनाया।

 

क्या आप समझते हैं कि यह क्यों महत्वपूर्ण है? क्योंकि पहली बार उन के पास अब यूरोपीय परिषद का एक अध्यक्ष था, एक मजबूत शक्तिशाली सरकार, जो दुनिया को परमेश्वर के खिलाफ बदलने जा रही थी ।

और अब उनके Plans को उन्होंने तेज़ गति से बढ़ाना शुरू कर दिया था, उन्होंने दुनियाभर के पैसो को कण्ट्रोल कर लिया और फिर News चैनल्स को, Entertainment इंडस्ट्रीज को और Education सिस्टम को भी

और ऐसा कर के वो दुनिया को कण्ट्रोल कर रहे है और लोगो की ब्रेनवाशिंग कर रहे है, पहले वो ऐसा छुप कर किया करते थे पर अब वो छिप कर ऐसा नहीं कर रहे है वो अब खुलकर लोगो की आँखों के सामने ऐसा कर रहे है –क्यों ?

क्योकि वो दुनिया को तैयार कर रहे है, उस The Antichrist के लिए

और अब दुनिया सही मायने में तैयार है इतनी कि पहले इतिहास में कभी भी नहीं थी


तो क्या मै ऐसा सोचता हूँ कि यीशु मसीह का दुबारा आगमन इसी पीढ़ी में होगा आपके और मेरे जीवनकाल में ?

मै पक्का तो नहीं कह सकता क्योकि ये यीशु के दुबारा आगमन के साथ जुडा हुआ है देखिये 2 थिस्लुन्कियो क्या कहता है

2 थिस्लुन्कियो 2:1-3

हे भाइयों, हम अपने प्रभु यीशु मसीह के आने, और उसके पास अपने इकट्ठे होने के विषय में तुम से विनती करते हैं।

कि किसी आत्मा, या वचन, या पत्री के द्वारा जो कि मानो हमारी ओर से हो, यह समझकर कि प्रभु का दिन आ पहुँचा है, तुम्हारा मन अचानक अस्थिर न हो जाए; और न तुम घबराओ।

किसी रीति से किसी के धोखे में न आना क्योंकि वह दिन न आएगा, जब तक विद्रोह नहीं होता, और वह अधर्मी पुरुष अर्थात् विनाश का पुत्र प्रगट न हो ले

तो यीशु के दुबारा आने से पहले विद्रोह आयेगा और क्या है वो विद्रोह वो है महाकलेश The Great Tribulation

इसके 4 वचन में देखे

जो विरोध करता है, और हर एक से जो परमेश्वर, या पूज्य कहलाता है, अपने आप को बड़ा ठहराता है, यहाँ तक कि वह परमेश्वर के मन्दिर में बैठकर अपने आप को परमेश्वर प्रगट करता है।

तो पहले येरुशलेंम में मंदिर को दुबारा बनाया जायेगा – और जैसी मैंने उड़ती हुई खबरे सुनी है कि वे मंदिर को दुबारा बनाने की तैयारी कर रहे है

क्या तुम्हें स्मरण नहीं, कि जब मैं तुम्हारे यहाँ था, तो तुम से ये बातें कहा करता था?

और अब तुम उस वस्तु को जानते हो, जो उसे रोक रही है, कि वह अपने ही समय में प्रगट हो।

क्योंकि अधर्म का भेद अब भी कार्य करता जाता है, पर अभी एक रोकनेवाला है, और जब तक वह दूर न हो जाए, वह रोके रहेगा।

 

तो यहाँ पर रोकनेवाला कौन है ?- ये है Holy Spirit पवित्र आत्मा

याद कीजिये  जब यीशु पिता के पास गये थे।

तब उन्होंने कहा था ... मैं तुम्हें पवित्र आत्मा भेजूंगा और पवित्र आत्मा दुनिया को पाप का दोषी ठहराएगा।

 

इसलिए जब दुनिया में कुछ गलत हो रहा है, तो पवित्र आत्मा ही लोगों को इसके लिए दोषी ठहराता है।

दुबारा जन्मा हर एक मसीही विश्वासी, आप में से हर एक

मै ..... आप ..... हम सब में पवित्र आत्मा है  

हम है वो रोकने वाले .....  हम है जगत की ज्योति  (और इसीलिए हमें शैतान के पुजारियों दुवारा सताया जा रहा है रोका जा रहा है )

और जब ज्योति वापस ले ली जाएगी तब ................

तब सिर्फ अधेरा ही अधेरा बचेगा !

 

2 थिस्लुन्कियो 2:8-9

तब वह अधर्मी प्रगट होगा, जिसे प्रभु यीशु अपने मुँह की फूँक से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से भस्म करेगा।

उस अधर्मी का आना शैतान के कार्य के अनुसार सब प्रकार की झूठी सामर्थ्य, चिन्ह, और अद्भुत काम के साथ होगा

तो कब आएगा वो मसीह विरोधी? The Antichrist ?

 

रोकने वाले को हटा दिए जाने के बाद और यीशु के दूसरे आगमन से पहले।


तो यह एक खिड़की है और इसीलिए मेरा मानना ​​है कि दुबारा जन्मे मसीही विश्वासी के रूप में हम यहां नहीं होंगे।

1 थिस्लुन्कियो 4:16-17

क्योंकि प्रभु आप ही स्वर्ग से उतरेगा; उस समय ललकार, और प्रधान दूत का शब्द सुनाई देगा, और       परमेश्वर की तुरही फूँकी जाएगी, और जो मसीह में मरे हैं, वे पहले जी उठेंगे।

तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे, उनके साथ बादलों पर उठा लिए जाएँगे, कि हवा में प्रभु से मिलें, और इस रीति से हम सदा प्रभु के साथ रहेंगे।

तो जमीन पर नहीं हम लोग बदलो पर उठा लिए जायेंगे और हवा में परमेश्वर से मिलेंगे जब यीशु अपनी दूसरी आगमन में आएगा

और यीशु  अपने पैरों को जैतून पर्वत पर रखेगा। मैं जल्द ही उस पर आऊंगा

 

हम साथ में बादलों मे परमेश्वर के साथ मिलने के लिए उठाए जाएंगे और ऐसे हम सदा के लिए प्रभु के साथ रहेंगेइसलिए पवित्र आत्मा, प्रतिबंधक, हम सभी में है, राईट ? बुराई को रोकने के लिए। और फिर प्रभु हमें ले जाएंगे।

वह हमें ले जाएंगे, वह प्रतिबंधक को हटा देंगे, राईट?

और मुझे विश्वास है कि इससे पहले कि महाकलेश शुरू हो, यह हो जाएगा।

वचन में शब्द है ... हर्पाजो ... यानिके उठा लिए गए .... तो यीशु हमें उसे मिलने के लिए आकाश में उठा ले जाएगा, राईट ?

और फिर युद्ध शुरू होगा। फिर यीशु उस अंटीक्राइस्ट को मार देगा।

 1 कुरंथियो 15:51-52

देखो, मैं तुम से भेद की बात कहता हूँ: कि हम सब तो नहीं सोएँगे, परन्तु सब बदल जाएँगे।

और यह क्षण भर में, पलक झपकते ही अन्तिम तुरही फूँकते ही होगा क्योंकि तुरही फूँकी जाएगी और मुर्दे अविनाशी दशा में उठाए जाएँगे, और हम बदल जाएँगे।

 

अब मुझे पता है कि कुछ लोग ये मानते है कि रेपचर कलेश से पहले ही हो जायेगा।

तो दूसरे लोग कलेश के बीच में मानते है कि रेपचर होगा ।

और वही कुछ लोग कलेश के बाद मानते है । जो भी आप मानते हो, मैं झगड़ा करने नहीं आया हूँ।


अगर आप चाहें तो मैं उस पर भी एक वीडियो बना दूंगा।

लेकिन मैं इसके बारे में झगड़ा नहीं करने आया हूँ क्योंकि सत्य ये है कि

पहले यीशु हमें अपने साथ ले जाएंगे। और यह उसके दूसरे आगमन से अलग है, क्योंकि हम पहले ही उससे आकाश में मिलेंगे, और फिर वह जाकर युद्ध करेंगे।

1 थिस्लुन्कियो 4: 17

तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे, उनके साथ बादलों पर उठा लिए जाएँगे, कि हवा में प्रभु से मिलें, और इस रीति से हम सदा प्रभु के साथ रहेंगे।

 

फिर, बेशक, यीशु नीचे आएगा। क्योकि अब यह युद्ध का समय है। और वह अंटीक्राइस्ट को मार डालेंगा ।

अब आपको यह याद रखना है, कि हम बाइबिल में भी हैं - हमें यीशु के राजदूत कहा जाता है, राईट?

यह दुनिया हमारा घर नहीं है। हम सिर्फ मुशाफिर हैं और जब एक देश किसी अन्य देश के खिलाफ युद्ध करने जा रहा होता है, तो वह देश अपने सभी राजदूतों को वापस बुला लेता है । हम यीशु के राजदूत हैं। वह हमें अपनी ओर वापस बुलाएगा और फिर वह जाकर अंटीक्राइस्ट को मार डालेगा।

यही मेरा विश्वास है।

याद रखें, जक्र्याह 14:3-4 क्या कहता  है:

तब यहोवा निकलकर उन जातियों से ऐसा लड़ेगा जैसा वह संग्राम के दिन में लड़ा था।

और उस दिन वह जैतून के पर्वत पर पाँव रखेगा, जो पूर्व की ओर यरूशलेम के सामने है; तब जैतून का पर्वत पूरब से लेकर पश्चिम तक बीचोंबीच से फटकर बहुत बड़ा खड्ड हो जाएगा; तब आधा पर्वत उत्तर की ओर और आधा दक्षिण की ओर हट जाएगा।


तो, पहले यीशु  हमें आकाश में उठा लेंगे, और फिर वह अपने पैरों को जैतून पर्वत पर रखेगा और फिर युद्ध करेगा। 

अब यीशु कलेश से पहले आएगा बीच में आएगा या बाद में आएगा इस बारे में मै बहस नहीं करने वाला

क्योंकि आप जो भी मानते हैं, सच यह है कि अंटीक्राइस्ट को शैतान से शक्ति मिलेगी। वह धरती पर कुछ समय तक शासन भी करेगा।और शैतान उसके पीछे से काम करेगा, शैतान ने इंसानों के माध्यम से काम किया है क्योकि

वह स्वर्ग में युद्ध हार गया था और पृथ्वी पर गिरा दिया गया था।- और यीशु इसे ख़त्म करेगा!

यह वो पुराना ड्रैगन ही है जो बार-बार एक ही चीज़ कर रहा है।

 प्रकाशितवाक्य 12 : 8 – 9

परन्तु प्रबल न हुए, और स्वर्ग में उनके लिये फिर जगह न रही। 

और वह बड़ा अजगर अर्थात् वही पुराना साँप, जो शैतान कहलाता है, और सारे संसार का भरमानेवाला है, पृथ्वी पर गिरा दिया गया; और उसके दूत उसके साथ गिरा दिए गए।

 

 फिर वह क्रोधित हो गया क्योकि वह हार गया था। उसने मसीह के जन्म को रोकने की कोशिश की थी।बेशक, उसकी यह कोशिश असफल रही। यीशु आ गए।

यीशु ने मौत को हरा दिया। हम अब भी यीशु मसीह के माध्यम से मौत पर विजयी होते हैं।

और इसलिए शैतान क्रोधित है । वह हमें नष्ट करने की कोशिश कर रहा है, हमें नर्क में ले जाने की कोशिश कर रहा है। क्योंकि उसे पता है कि वह वहाँ वह जा रहा है।

वह पहले ही हार चूका है । लेकिन वह अब हमें  छोटे स्केल पर और बड़े स्केल पर भी , मानव जाति को नष्ट करने की कोशिश कर रहा है। 

एक वर्ल्ड गवर्नमेंट के माध्यम से दुनिया को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है और एक पुरे विश्व के झूठे world religion या new age religion के माध्यम से लोगो को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है।

और शैतान के चिह्न 666 के माध्यम से, ताकि वह आदमी, जिसे अंटीक्राइस्ट कहा जाएगा, को top पर लेकर आ सके। इस सब कुछ के पीछे शैतान है और एटीक्राइस्ट की अनैतिकता की आत्मा पहले से ही मानव जाति में काम कर रही है।


तो अब आपको दो चीजें पता चल गई हैं: 

    कहाँ से आएगा ?

  •     वह यूरोप से आएगा। 

और कबआयेगा ?

  • जब रोकने वाले अर्थार्थ पवित्र आत्मा को हटाया जायेगा, और यीशु के दूसरे आगमन से पहले। -

 

अब यहाँ पर सवाल ये उठता है कि Antichrist कब आएगा रेप्चर से पहले या बाद में ??


देखिये इस बारे में लोगो के अगल अलग  मत है है कुछ लोग कहते है कि रेप्चर Tribulation यानिकी कलेश्काल से पहले हो जायेगा और कुछ लोग यह मानते है कि mid of tribulation होगा यानि कि कलेश्काल के बीच में होगा तो कुछ लोगो का मानना है कि post tribulation यानिकी कलेश्काल के बाद होगा


अब मै इस बारे में किसी को भी सही या गलत नहीं कह रहा हूँ क्योकि उसके बारे में बाइबिल हमें बताती है कि यीशु का आना पलक झपकते ही हो जायेगा और वह चोरो कि नाइ आएगा कोई नहीं जनता होगा जब वह आएगा

1 थिस्लुन्कियो 5:2

क्योंकि तुम आप ठीक जानते हो कि जैसा रात को चोर आता है, वैसा ही प्रभु का दिन आनेवाला है।   

तो इसी कारण से यह एक भेद के समान है कि वह दिन कब आएगा जब यीशु अपने लोगो को उठा ले जायेगा?

लेकिन बाइबिल के बहुत से वचन है जो हमें एक रोडमैप देते है कि यह ऐसे समय में हो सकता है, तो according to me रेप्चर mid of tribulation यानिकी कलेश्काल के बीच में होगा

मै ऐसा क्यों कह रहा हूँ?

देखिय, प्रकाशितवाकय 7:13-14

इस पर प्राचीनों में से एक ने मुझसे कहा, “ये श्वेत वस्त्र पहने हुए कौन हैं? और कहाँ से आए हैं?”

मैंने उससे कहा, “हे स्वामी, तू ही जानता है।उसने मुझसे कहा, “ये वे हैं, जो उस महाक्लेश में से निकलकर आए हैं; इन्होंने अपने-अपने वस्त्र मेम्‍ने के लहू में धोकर श्वेत किए हैं। §


तो यहाँ पर लिखा है कि ये वे है जो महाकलेश में से निकल कर आये है

दूसरा, 

जब वह Antichrist लोगो पर "666" कि छाप लगा रहा होगा तो लिखा है कि जो ज्ञानी हो उस का अंक जोड़ ले और वह मनुष्य का अंक है और उस का अंक है "666"

तो अगर रेप्चर Antichrist के पहेल हो गया तो अंक जोड़ने वाला बचेगा ही कौन ?

तो मुझे लगता है कि रेप्चर कलेश के बीच में होगा – अगर आप चाहते है कि में इस बारे में डिटेल विडियो बनाऊ तो आप मुझे कमेंट करके बताइए

पर में उनके भी विरोध में नहीं हूँ जो ये सोचते है कि रेप्चर Antichrist के आने से पहेले हो जायेगा

जो भी हो हमें ऐसी उम्मीद करनी चाहिए कि रेप्चर Antichrist से पहले हो जायेगा

और इस बात के लिए तैयार रहना चाहिये कि विश्वासियो को कलेश्काल में से होकर भी गुजरना पड सकता है

तो antichrist कब आयेगा ?

जब रोकने वाले अर्थार्थ पवित्र आत्मा को हटाया जायेगा, और यीशु मसीह के दूसरे आगमन से पहले उसका आना होगा   

और फिर यीशु उसे नष्ट कर देगा। मेरे साथ पढ़िए।

2 थिस्लुन्कियो 2:7-10

क्योंकि अधर्म का भेद अब भी कार्य करता जाता है, पर अभी एक रोकनेवाला है, और जब तक वह दूर न हो जाए, वह रोके रहेगा।

तब वह अधर्मी प्रगट होगा, जिसे प्रभु यीशु अपने मुँह की फूँक से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से भस्म करेगा। §

उस अधर्मी का आना शैतान के कार्य के अनुसार सब प्रकार की झूठी सामर्थ्य, चिन्ह, और अद्भुत काम के साथ।

और नाश होनेवालों के लिये अधर्म के सब प्रकार के धोखे के साथ होगा; क्योंकि उन्होंने सत्य के प्रेम को ग्रहण नहीं किया जिससे उनका उद्धार होता।

 

तो क्योंकि उन्होंने सत्य को प्रेम नहीं किया,

बहुत से लोग सत्य को समझते हैं, लेकिन वे इसे स्वीकार करना नहीं चाहते। वे अपनी पापी इच्छाओं के अनुसार जीना चाहते हैं।

देखो, हम इंसान है , हमारे पास एक चुनाव है। हमें प्रकाश या अंधकार का चुनाव करना है।

और फिर उस के बाद हमें अपने खुद के फैसले के परिणामों का सामना भी करना है।

लेकिन यह लोग, जिनके बारे में यह बात की जा रही है, उसी तरह यीशु को ठुकरा देंगे जैसा कि आज बहुत से लोग बहुत बड़े स्तर पर इंकार कर रहे हैं।

आप देख सकते है शैतान ने हॉलीवुड, बॉलीवुड और मास मीडिया को अपने अधिकार में कर लिया हैं। उन लोगो के लिए शैतान को स्वीकार करना यीशु को स्वीकार करने से अधिक स्वीकार्य है।

और यह लोग अभिमानी हैं। उन्हें अपने पाप में घमंड है,

बिल्कुल वैसे ही जैसे प्रकाशितवाक्य में लोग है। और इसलिए परमेश्वर ने उन्हें

नीच बुद्धि  को स्वीकार करने के लिए...

झूठ का  विश्वास करने के लिए

और अंततः अधर्म और Antichrist का अनुसरण करने के लिए दे दिया है, जो उन्हें अंत में लुसिफ़र के साथ नर्क में ले जाएगा।

दानिएल 7 : 25

और वह परमप्रधान के विरुद्ध बातें कहेगा, और परमप्रधान के पवित्र लोगों को पीस डालेगा, और समयों और व्यवस्था के बदल देने की आशा करेगा, वरन् साढ़े तीन कालतक वे सब उसके वश में कर दिए जाएँगे। 


ये लोग जो दुनिया को नियंत्रित करना चाहते हैं, जो अंतिक्रिस्ट की आत्मा को लेकर चल रहे हैं - वे पहले ही लोगों को इस बदलते कानून के लिए तैयार कर रहे हैं कि बुराई को अच्छा और अच्छे को बुरा कहा जाए।

ये वो लोग हैं जो बैंकों के मालिक हैं और सरकारों, मीडिया और लगभग सब जगह घुसपैठ कर रहे हैं।

वे दुनिया को अंतिक्रिस्ट के लिए तैयार कर रहे हैं। देखो, वे दुनिया को एक उद्धारक के लिए तैयार कर रहे हैं - कोई जिसके पास शक्ति है और जो उन्हें वह देगा जो उनकी सांसारिक पापी इच्छाएं हैं – सक्सेस, शायद धन और स्वास्थ्य और अमर जीवन - और यही वह है जो पापी मानवजाति चाहती है।

और सोशल मीडिया को देखो। आज यह  self importance, self love, self respect, self enjoyment और बस अपने चाहने वाले लोगों से भरा हुआ है। खुद से प्यार करने वाले । लालची!!

enough is never enough !!!

 

लेकिन आप जानते हो, कि यीशु मति 16 में कहते हैं:

मति 16 : 24

तब यीशु ने अपने चेलों से कहायदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप का इन्कार करे और अपना क्रूस उठाए, और मेरे पीछे हो ले।

 

अंतिक्रिस्ट का यह गोस्पेल, मसीह का यह गोस्पेल, जिसे लोग मसीह मानेंगे लेकिन वास्तव में वह अंतिक्रिस्ट होगा, वह एक गोस्पेल होगा जहां लोग वह सुनेंगे जो वे सुनना चाहते हैं।

वे  पापी सांसारिक  इच्छाएं सुनना चाहते  है। उनके कान खुजला रहे होंगे।

वे  केवल समृद्धि प्राप्त करना चाहते  है और उनका ध्यान केवल सांसारिक सुविधाओ पर केंद्रित रहता है

और याद रखिये , वह अंतिक्रिस्ट, वह झूठा मसीह, शक्तियों के साथ आएगा।


लेकिन परमेश्वर ने हमें केवल उसे भूल जाने के लिए नहीं बुलाया हैं और सिर्फ स्वास्थ्य और धन के पीछे भागने के लिय नहीं बुलाया  हैं और न ही  इस अस्थायी दुनिया में आराम से रहने के लिय बुलाया  हैं।

1 तिमुथी 6: 3-5

यदि कोई और ही प्रकार का उपदेश देता है और खरी बातों को, अर्थात् हमारे प्रभु यीशु मसीह की बातों को और उस उपदेश को नहीं मानता, जो भक्ति के अनुसार है।

तो वह अभिमानी है और कुछ नहीं जानता, वरन् उसे विवाद और शब्दों पर तर्क करने का रोग है, जिनसे डाह, और झगड़े, और निन्दा की बातें, और बुरे-बुरे सन्देह,

और उन मनुष्यों में व्यर्थ रगड़े-झगड़े उत्पन्न होते हैं, जिनकी बुद्धि बिगड़ गई है और वे सत्य से विहीन हो गए हैं, जो समझते हैं कि भक्ति लाभ का द्वार है।

लेकिन अब इसे पढे

1 तिमुथी 6: 6-8

पर सन्तोष सहित भक्ति बड़ी लाभ है।

क्योंकि न हम जगत में कुछ लाए हैं और न कुछ ले जा सकते हैं। 

और यदि हमारे पास खाने और पहनने को हो, तो इन्हीं पर सन्तोष करना चाहिए।

लेकिन ये लोग जो परमेश्वर उन्हें देते हैं, उससे संतुष्ट नहीं होंते।

उन्हें बस चाहिए - चाहिए - चाहिए। पापी सांसारिक  इच्छाएं।

वचन 9 में

पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुत सी व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फँसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र में डुबा देती हैं। §

क्योंकि रुपये का लोभ सब प्रकार की बुराइयों की जड़ है, जिसे प्राप्त करने का प्रयत्न करते हुए कितनों ने विश्वास से भटककर अपने आपको विभिन्न प्रकार के दुःखों से छलनी बना लिया है।

 

लेकिन फिर सत्य प्रकट हो जाएगा। चारो तरफ अराजकता फ़ैल जाएगी क्योंकि वह इस दुनिया पर दुःख और पीड़ा लाएगा और दुनिया में ऐसा कुछ होगा जिसे इस दुनिया ने पहले कभी अनुभव नहीं किया होगा ।

बाढ़ से पहले जब लोगों ने केवल शारीरिक रूप से बुराई सोची, यह उससे भी बुरा होगा।

हिटलर के समय।? - यह उससे भी बुरा होगा।

लोग ये सोचंगे कि यह एक मसीह है – वे उसका अनुसरण करने लगेगे   और फिर उन्हें मालूम होगा  कि वह वास्तव में ऐसा नहीं है , यह वास्तव में एक पशु  एक बीस्ट है ।- 666 और वो हर एक को इस नंबर की छाप लेने को मजबूर करेगा

मति 24:21

"क्योंकि उस समय ऐसा भारी क्लेश होगा, जैसा जगत के आरम्भ से न अब तक हुआ, और न कभी होगा।"

 

प्राकशितवाकय 13:16-17

और उसने छोटे-बड़े, धनी-कंगाल, स्वतंत्र-दास सब के दाहिने हाथ या उनके माथे पर एक-एक छाप करा दी,

कि उसको छोड़ जिस पर छाप अर्थात् उस पशु का नाम, या उसके नाम का अंक हो, और अन्य कोई लेन-देन न कर सके।

यह एक बहुत ही भयानक समय होगा और कोई इस अंतिक्रिस्ट प्रणाली को रोक नहीं सकेगा। खुद अंतिक्रिस्ट भी नहीं, सिवाए परमेश्वर के

2 थिस्लुन्कियो 2:8 को याद रखें:

तब वह अधर्मी प्रगट होगा, जिसे प्रभु यीशु अपने मुँह की फूँक से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से भस्म करेगा।

 

क्या आप समझ रहे है ये इन्सान यीशु मसीह के लिए कुछ भी नहीं होगा ! यीशु सर्वशक्तिमान है यीशु इस आदमी को सिर्फ अपनी मुह की फूंक से मार डालेगा 

 यीशु मरकुस 13: 24 में कहता है

उन दिनों में, उस क्लेश के बाद सूरज अंधेरा हो जाएगा, और चाँद प्रकाश न देगा;

"और आकाश से तारागण गिरने लगेंगे, और आकाश की शक्तियाँ हिलाई जाएँगी।" §

"तब लोग मनुष्य के पुत्र को बड़ी सामर्थ्य और महिमा के साथ बादलों में आते देखेंगे।" §

"उस समय वह अपने स्वर्गदूतों को भेजकर, पृथ्वी के इस छोर से आकाश के उस छोर तक चारों दिशा से अपने चुने हुए लोगों को इकट्ठा करेगा।" §

 भले ही हम इस अस्थायी संसार में सताए जायेंगे पर यीशु पहले ही जीत चूका है वह विजयी है और हम उसके माध्यम से विजयी हुए है

युहन्ना 5:24

"मैं तुम से सच-सच कहता हूँ, जो मेरा वचन सुनकर मेरे भेजनेवाले पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है, और उस पर दण्ड की आज्ञा नहीं होती परन्तु वह मृत्यु से पार होकर जीवन में प्रवेश कर चुका है।"  

1 कुरंथियो 15: 57 कहता है

परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्त करता है*।

 

अंत में लोग केवल परमेश्वर की कृपा और दया  के कारण जीवित हैं। क्योंकि वह उन्हें प्रकाश और अंधकार के बीच चुनने का मोका देता है।और जब वह कृपा का समय समाप्त हो जायेगा है, तो यीशु मसीह शैतान और अंतिक्रिस्ट को पराजित करेंगे

और फिर यीशु  सभी चीजें नई बना देंगे।

 

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Thank u may God bless u

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