बाइबिल की दो वैश्या बहने कौन है ओहोला और ओहोलिबा ?
Who are Oholah and Oholibah in the Bible?
I don’t know कि इसके बारे में पूरे इंटरनेट पर डिटेल जानकारी आज तक नहीं बताई गई है और शायद ही कभी चर्च में भी इस बारे में बात की जाति हो?
हो सकता है यहेजकेल 23 में बहुत ही हार्श लैंग्वेज इस्तेमाल की गई है शायद इसीलिए!
परन्तु ये स्वयं परमेश्वर के शब्द हैं और इसका अर्थ जानना हर एक व्यक्ति के लिए, बहुत ही जरूरी है क्योंकि परमेश्वर किसी के बारे में इस तरह की शब्दावली इस्तेमाल कर रहे हैं और यह कोई साधारण बात नहीं है
यह दृष्टांत परमेश्वर की मनुष्य जाति के पापो से घृणा और उसके दंड के लिए बताया जा रहा है कि कैसे पवित्र खुदा मनुष्य जाति के लिए इतना भद्दा और घिनौना दृष्टान्त बताते हैं
परमेश्वर को मनुष्य के पापो से कितना दुख होता होगा तभी वह इस तरह की शब्दावली से चेतावनी देना चाहते हैं ताकि हम इस बात को समझे और पाप से मन फिरा ले, नहीं तो हमारे लिए खुदा परमेश्वर का दंड बड़ा भयानक होगा
दोस्तों इस लेख में हम इन्हीं दोनो वैश्या स्त्रियों के बारे में जानेंगे
दोस्तों अध्याय 23 में दो वेश्या बहनों के बारे में बात की जा रही है लिखा
है दो स्त्रियां जो एक ही मां की बेटी थी वह अपने बचपन से ही वेश्या का काम मिस्त्र में करने लगी
यहां पर मां इजरायल देश के लिए प्रस्तुत किया गया है और उस मां की दो बेटियां थी एक को इजरायल के नगर सामरिया के लिय बताया गया है और दूसरी को यरूशलेम के लिए बताया है
और जब ये माँ यानिकी इजराइल मिस्त्र देश में दास हुआ करती थी तभी से अपने बचपन में ही यह दोनों बेटियां व्यभिचार करना सीख गई थी और आगे
वर्स 4 में लिखा है
उन लड़कियों में से बड़ी का नाम ओहोला और उसकी बहन का नाम ओहोलीबा था। वे मेरी हो गई, और उनके पुत्र पुत्रियाँ उत्पन्न हुईं। उनके नामों में से ओहोला तो सामरिया, और ओहोलीबा यरूशलेम है।
यहाँ पर ओहोला और ओहोलिबा इजरायल के दो बड़े नगर सामरिया और येरूसलम के प्रतीकात्मक नाम है इन नगर के लोगों को परमेश्वर अपनी स्त्री के रूप में बात करते हैं क्योंकि खुदा अपने लोगों से अपनी पत्नी की तरह प्रेम करते हैं और इस पूरे दृष्टांत में परमेश्वर अपने चुने हुए लोगों अर्थात सामरिया और यरूशलेम में रहने वाले लोगों को अपनी स्त्री की तरह चाहते हैं परंतु यह स्त्री अर्थात यहां पर रहने वाले लोग परमेश्वर के साथ बेवफाई करते है और दूसरे देवताओं के साथ व्यभिचार करते है और दूसरे देश के लोगों के साथ वेश्या वाले काम करते है
आगे वर्स 5 से लिखा है
ओहोला जब मेरी थी, तब ही व्यभिचारिणी होकर अपने मित्रों पर मोहित होने लगी जो उसके पड़ोसी अश्शूरी थे।
वे तो सबके सब नीले वस्त्र पहननेवाले
मनभावने जवान, अधिपति और प्रधान थे, और घोड़ों पर सवार थे।
इसलिए उसने उन्हीं के साथ व्यभिचार किया
जो सबके सब सर्वोत्तम अश्शूरी थे; और जिस किसी पर वह मोहित हुई, उसी की मूरतों से वह अशुद्ध हुई।
जो व्यभिचार उसने मिस्र में सीखा था, उसको भी उसने न छोड़ा; क्योंकि बचपन में मनुष्यों ने उसके साथ
कुकर्म किया, और उसकी छातियाँ मींजी, और तन-मन से उसके साथ व्यभिचार किया गया था।
यहां पर सामरिया के रहने वाले इजरायली लोगों के आचरण और परमेश्वर के विरुद्ध उसके स्वभाव और उसके स्वभाव में अपने पड़ोसी सीरिया के लोगों के प्रति मित्र भाव के बारे में बताया गया है कि सामरिया के इजरायली लोग उस समय अपनी मर्जी का आचरण अपनाने लगे और सीरिया के लोगों के समान काम करते थे और उनके फर्जी देवताओं को भी पूजने लगे थे और यह सब इसरायलीयो ने अपने बचपन अर्थात मिस्त्र देश में सीख लिया था जब वे वहां पर दास हुआ करते थे, जिसको उन्होंने आज तक भी नहीं छोडा था और आज भी उन प्रथाओ को मानते रहते हैं जो परमेश्वर यहोवा की नजर में घृणित काम है
अब अगर हम 1राजाओं के
अध्याय 12 के 25 से पढ़ने हैं तो वहां लिखा है
तब यारोबाम एप्रैम के पहाड़ी देश के शेकेम नगर को दृढ़ करके उसमें रहने लगा; फिर वहाँ से निकलकर पनूएल को भी दृढ़ किया।
तब यारोबाम सोचने लगा, “अब राज्य दाऊद के घराने का हो जाएगा।
यदि प्रजा के लोग यरूशलेम में बलि करने
को जाएँ, तो उनका मन अपने स्वामी यहूदा के राजा
रहबाम की ओर फिरेगा, और वे मुझे घात करके यहूदा के राजा
रहबाम के हो जाएँगे।”
अतः राजा ने सम्मति लेकर सोने के दो
बछड़े बनाए और लोगों से कहा, “यरूशलेम को जाना तुम्हारी शक्ति से बाहर
है इसलिए हे इस्राएल अपने देवताओं को देखो, जो तुम्हें मिस्र देश से निकाल लाए हैं।”
उसने एक बछड़े को बेतेल, और दूसरे को दान में स्थापित किया।
और यह बात पाप का कारण हुई; क्योंकि लोग उनमें से एक के सामने दण्डवत् करने को दान तक जाने लगे।
और उसने ऊँचे स्थानों के भवन बनाए, और सब प्रकार के लोगों में से जो लेवीवंशी न थे, याजक ठहराए।
तो दोस्तों इस तरह से सामरिया के पहले राजा यारोबाम के द्वारा पाप किया गया और ओहोला(सामरिया) के व्यभिचार का करण बना
दोस्तों ओहोला और ओहोलिबा के व्यभिचार और वैस्यवृति का दृष्टान्त इसरायली लोगो दुवारा किये गए वे सारे काम थे जो परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित थे और यह काम इजरायली मिस्त्र देश में ही सीख चुके थे और इस मिस्र देश को यहोवा ने भयानक दंड दिया था
पर इन लोगों ने उससे कुछ ना सीख ली और
उसी मार्ग पर चलते रहे, तो सामरिया के रहने वाले लोगों को इस बछड़े को दंडवत करते देख परमेश्वर ने समरिया या ओहोला को त्याग दिया था और उसे उसके वेश्यापन में छोड़ दिया और वह जो चाहती जिसके साथ चाहती व्यभिचार करती रही और लोग पराये फर्जी
देवताओ की उपासना करते रहे और बाद में सामरिया को परमेश्वर ने सीरिया के अधीन कर दिया और उसको उसके हाल पर छोड़ कर हमेशा के लिए त्याग दिया
अब परमेश्वर अपनी स्त्री यरूशलेम के साथ रहा करते और यरुशेल्म के लोगों के साथ बात किया करते थे लेकिन यरूशलेम या ओहोलिबा वह स्त्री निकली जो अपनी बड़ी बहन ओहोला से भी व्यभिचार करने में चार कदम आगे निकाल गई जैसा की लिखा है
यहेजकेल 23: 11- 14
“उसकी बहन ओहोलीबा ने यह देखा, तो भी वह मोहित होकर व्यभिचार करने में अपनी बहन से भी अधिक बढ़ गई।
वह अपने अश्शूरी पड़ोसियों पर मोहित
होती थी, जो सबके सब अति सुन्दर वस्त्र पहननेवाले
और घोड़ों के सवार मनभावने, जवान अधिपति और सब प्रकार के प्रधान थे।
तब मैंने देखा कि वह भी अशुद्ध हो गई; उन दोनों बहनों की एक ही चाल थी।
परन्तु ओहोलीबा अधिक व्यभिचार करती गई;
और आगे येरूशलेम में रहने वाले इसरायली लोगों ने भी वही पाप का आचरण अपनाना शुरू कर दिया और अपने भोग विलास में डूबते चले गए यरुशेल्म के लोगो ने अपने पड़ोसी सामरिया और सदोंम से कोई सीख न ली और वे भी सीरिया के लोगों और प्रधानों और राजाओं की भोग विलास की प्रथाओं में ललचाते गए और अपने स्वामी यहोवा परमेश्वर को धोखा देने में सामरिया से भी आगे निकाल गए उनके इस विश्वासघात के स्वभाव को देखकर परमेश्वर दुखी और क्रोधित होते थे परंतु फिर भी यरुशेल्म को बार-बार माफ करते और एक और मौका देते थे क्योंकि परमेश्वर ने दाऊद के साथ वाचा बांधी थी जैसाकि हम
2 शेमुएल 7- 9, में पढ़ने हैं
और जहाँ कहीं तू आया गया, वहाँ-वहाँ मैं तेरे संग रहा, और तेरे समस्त शत्रुओं को तेरे सामने से नाश किया है; फिर मैं तेरे नाम को पृथ्वी पर के बड़े-बड़े लोगों के नामों के समान महान कर दूँगा।
और मैं अपनी प्रजा इस्राएल के लिये एक
स्थान ठहराऊँगा, और उसको स्थिर करूँगा, कि वह अपने ही स्थान में बसी रहेगी, और कभी चलायमान न होगी; और कुटिल लोग उसे फिर दुःख न देने
पाएँगे, जैसे कि पहले करते थे,
वरन् उस समय से भी जब मैं अपनी प्रजा
इस्राएल के ऊपर न्यायी ठहराता था; और मैं तुझे तेरे समस्त शत्रुओं से
विश्राम दूँगा। यहोवा तुझे यह भी बताता है कि यहोवा तेरा घर बनाए रखेगा।
जब तेरी आयु पूरी हो जाएगी, और तू अपने पुरखाओं के संग जा मिलेगा, तब मैं तेरे निज वंश को तेरे पीछे खड़ा करके उसके राज्य को स्थिर
करूँगा।
मेरे नाम का घर वही बनवाएगा, और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूँगा। §
मैं उसका पिता ठहरूँगा, और वह मेरा पुत्र ठहरेगा। यदि वह अधर्म करे, तो मैं उसे मनुष्यों के योग्य दण्ड से, और आदमियों के योग्य मार से ताड़ना दूँगा। §
परन्तु मेरी करुणा उस पर से ऐसे न हटेगी, जैसे मैंने शाऊल पर से हटा ली थी और उसको तेरे आगे से दूर किया था।
वरन् तेरा घराना और तेरा राज्य मेरे
सामने सदा अटल बना रहेगा; तेरी गद्दी सदैव बनी रहेगी।’ §
यहां पर हम देखते हैं की परमेश्वर यहोवा दाउद के साथ हमेशा के लिए एक वाचा बांधते हैं और दाउद के घराने को अपनी आशीष देते हैं और परमेश्वर अपनी वाचा कभी नहीं तोड़ते जैसे कि नुह के साथ वाचा बंधी थी कि कभी भी पृथ्वी को पानी से नष्ट नहीं करूंगा
वैसे ही परमेश्वर यरुशेल्म से अपनी दृष्टि नहीं हटाते परंतु दाउद के घराने को आशीष देते हैं और अपना स्थान बनाते हैं लेकिन ओहोलिबा के व्यबिचार के पाप इतने अधिक बढ़ गए हैं कि अब परमेश्वर उसका दंड उसे देता है और यरूशलेम के यहूदियों को त्याग देता है और इजरायलों से उसका देश और नाम तक छीन लेता है और हम इतिहास में देखते भी हैं कि आगे इजरायल को परमेश्वर विश्व के नक्शे तक से मिटा देता है और भारी विपदाए इजरायल पर आ पड़ती हैं और चारों तरफ के देश इजरायल से युद्ध करते हैं और इजरायली पुरी दुनिया में तीतर बीतर हो जाते हैं और ऐसा ही दंड ओहोला यानीके सामरिया को भी मिलता है जिन से यह दोनों बहने प्रेम रखती थी उन्ही के द्वारा परमेश्वर उनको मिटा भी देते हैं और यह दंड आप 23 के 46 आयत में पढ़ते है
इस कारण परमेश्वर यहोवा यह कहता है : “मैं एक भीड़ से उन पर चढ़ाई कराकर उन्हें ऐसा करूँगा कि वे मारी-मारी
फिरेंगी और लूटी जाएँगी।
उस भीड़ के लोग उनको पत्थराव करके
उन्हें अपनी तलवारों से काट डालेंगे, तब वे उनके पुत्र-पुत्रियों को घात करके
उनके घर भी आग लगाकर फूँक देंगे।
इस प्रकार मैं महापाप को देश में से दूर
करूँगा, और सब स्त्रियाँ शिक्षा पाकर तुम्हारा
सा महापाप करने से बची रहेगी।
तुम्हारा महापाप तुम्हारे ही सिर पड़ेगा; और तुम निश्चय अपनी मूरतों की पूजा के पापों का भार उठाओगे; और तब तुम जान लोगे कि मैं परमेश्वर यहोवा हूँ।”
और दोस्तों ऐसा ही दंड समस्त इसराइलियों को मिलता भी है परंतु परमेश्वर यहोवा दाउद से किया हुए वाचा को पूरा करते हैं और दाउद के घराने से अपने पुत्र को भेजते हैं प्रभु यीशु ना सिर्फ इजरायली बल्कि संपूर्ण मानव जाति के लिए दुनिया में आते हैं और हर जाति के उसे व्यक्ति को अपनी दुल्हन के रूप में स्वीकार करते हैं जिसके अंदर धर्म औरसच्चाई बच्ची है
दोस्तों परमेश्वर ने अपनी दोनों स्त्रियों को उनके वैश्यापन और व्यभिचार के करण त्याग दिया और परमेश्वर
अपने लिए एक नई स्त्री या दुल्हन तैयार कर रहे हैं और यह दुल्हन ना सिर्फ इजरायल के लोगों द्वारा सजेगी बल्कि पूरी मानव जाति के द्वारा सजेगी जितने भी लोग प्रभु यीशु पर अपना इमान लायेंगे और यीशु को अपना उद्धारकर्ता स्वीकार करेंगे वे सब इस नई दुल्हन का श्रृंगार बनेंगे
और जब परमेश्वर इस नई दुल्हन को रेप्चर के समय लेने आएगा तब हर धर्मी इन्सान इस उद्धार और अनुग्रह के काम का गवाह होगा जो खुदा यहोवा की और से समस्त मानव जाति के लिए किया गया है
आज इस वीडियो को देखने के बाद आपके पास मौका है आप किसी भी धर्म से हैं
आप हिंदू हैं, मुस्लिम है, सिख हैं, इसाई हैं, जैन हैं, बौद्ध हैं, आप आस्तिक है या नास्तिक हैं आप एक बार
गूगल करके ओहोला और ओहोलीबा के दंड को यानी की सामरिया और यरूशलेम के दंड को सर्च करके देखिए कि कैसे परमेश्वर ने सामरिया और यरूशलेम को विश्व के नक्शे से नामो निशान तक मिटा दिया था
लेकिन खुशी की बात यह है कि परमेश्वर अपनी नई स्त्री को तैयार कर रहे हैं
क्या आप शामिल होना चाहते हैं?
क्योंकि जितने लोग परमेश्वर के इस उद्धार के ऑफर को रिजेक्ट करेंगे वह लोग एक बड़ी वैश्या के श्रृंगार में शामिल हो जाएंगे बड़ी वेश्या की पुरी डिटेल वीडियो आप आई बटन पर जाकर देख सकते हैं और इस बड़ी वैश्या स्त्री जोकि पूरी दुनिया के पापी लोगों से मिलकर बनी होगी उसको एक बड़ा पशु यानीकि एंटीक्राइस्ट खा जाएगा और मार डालेगा
और उस नई दुल्हन को परमेश्वर विवाह करके अपने घर में ले जाएगा और हर जन उद्धार पाएगे दोस्तों परमेश्वर की पुरानी स्त्री व्यभिचारनी इसलिए निकली क्योंकि उसको परमेश्वर ने बिना टेस्टिंग के अपना प्रेम लुटाया और उसने बेवफाई की लेकिन नई दुल्हन में चुने हुए और पवित्र किए हुए लोग ही शामिल होंगे और आज आपके पास एक मौका है
हां आज आपके पास एक मौका है
खुद को शुद्ध करो अपने पापो से मन फिराओ और परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास लाओ और वह विश्वास आपका उद्धार करेगा और परमेश्वर के नए नगर में अपनी दुल्हन का स्वागत करेगा क्योंकि बहुत ही जल्दी यीशु अपनी दुल्हन को लेने आ रहा है अंतिम समय शुरू हो चुका है
नहा धोकर तैयार हो जाओ,श्रृंगार कर लो
कभी भी यीशु अपनी दुल्हन को लेने आ सकता है- Amen!!
May God Bless you and your family
Stay Tuned Stay blessed
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