अन्य भाषा में बोलने के बारे में बाइबल क्या कहती है? || Truth about Speaking in Tongues?

अन्य भाषा में बोलने के बारे में बाइबल क्या कहती है?  

 Truth about Speaking in Tongues? 



आप सब को जय मसीह कि , यह इस सीरीज का पार्ट -2 है और पार्ट -1 में हमने जाना था कि पवित्र आत्मा के वरदान कितने प्रकार के होते है अगर आपने वो लेख नहीं पढ़ा है तो आप जाकर वो लेख देख सकते है ताकी आप को और भी अच्छे से ये लेख समझ में आ सके  

इस पोस्ट में, हम जानेगे कि बाइबिल 'टंग्स में बोलने' यानि कि “अन्य भाषा में बोलने “ के बारे में क्या कहती है? विडियो

तो चलो शुरू करते हैं। और अगर अभी तक आपने wtl को सब्सक्राइब नहीं किया है तो मेरी आप से request है जल्दी से wtl को सुब्स्क्रिब कर ले और साथ में बेल् आइकॉन भी प्रेस कर ताकि हमारी आने वाली नेक्स्ट विडियो का नोतिफ़िकतिओन सबसे पहले आपको मिल सके

 

  • 'टंग्स में बोलना' अन्य भाषा में बोलना वास्तव में क्या है?
  • बाइबिल 'अन्य भाषा में बोलने' के दो प्रकारों के बारे में बात करती है।

पहला है, एक ऐसी भाषा में बोलना जिसे दूसरे लोग अपनी भाषा में समझ सकते हैं। और येही  पेंटेकोस्ट के दिन हुआ था। जैसे विदेशी भाषा  के प्रचारक को एक ट्रांसलेटर हमें अपनी भाषा में अनुवाद करके बता देता है – राईट 

और दूसरी प्रकार की अन्य भाषा में बोलना कुछ अलग है।

सरल भाषा में इसका उत्तर यह है कि यह एक आत्मिक वरदान है

जो परमेश्वर कुछ विश्वासियों को देते हैं। और यह उन्हें एक स्वर्गीय भाषा में प्रार्थना करने और परमेश्वर की प्रशंसा करने में सक्षम बनाता है

अब आपको जानना चाहिए कि यह एक सामान्य मानवीय भाषा नहीं है।

लेकिन परमेश्वर इस वरदान को कुछ विश्वासियों को देते हैं ताकि वे इसे बोल सकें और फिर कुछ दुसरे अन्य विश्वासियो को इस भाषा को समझने और व्याख्या करने का वरदान देते हैं।

1 कुरिन्थियों 14:2 कहता है,

क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

 

अब अन्य भाषा में बोलने पर एक दूसरा perspective view (द्रिस्तिकौन)भी है ।

जिसको समझने के लिए पाँच बहुत महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए।

 

आइए पहले से शुरू करते हैं।

 

1.       हर मसीही विश्वासी को टंग्स/अन्य भाषा में बोलना चाहिए

कुछ चर्च विश्वास करते हैं और कहते हैं कि हर विश्वासी को टंग्स/अन्य भाषा में बोलना आना चाहिए।

NO - यह एक झूठ है।

बाइबिल इस बारे में बहुत स्पष्ट है कि हम सबके पास अलग-अलग आध्यात्मिक वरदान हैं।

1 कुरिन्थियों 12:4  में लिखा है कि वरदान तो कई प्रकार के हैं, परन्तु आत्मा एक ही है।

और 8 वें पद में लिखा है,

क्योंकि एक को आत्मा के द्वारा बुद्धि की बातें दी जाती हैं; और दूसरे को उसी आत्मा के अनुसार ज्ञान की बातें।

"और किसी को उसी आत्मा से विश्वास; और किसी को उसी एक आत्मा से चंगा करने का वरदान दिया जाता है।"

फिर किसी को सामर्थ्य के काम करने की शक्ति; और किसी को भविष्यद्वाणी की; और किसी को आत्माओं की परख, और किसी को अनेक प्रकार की भाषा; और किसी को भाषाओं का अर्थ बताना।

परन्तु ये सब प्रभावशाली कार्य वही एक आत्मा करवाता है, और जिसे जो चाहता है वह बाँट देता है।

तो बाइबिल में यह बिल्कुल स्पष्ट है लेकिन कुछ चर्च इतने दूर निकल जाते हैं कि वे कहते हैं कि आपको नरक से बचने के लिए और उद्धार पाने के लिय  टंग्स/अन्य भाषा  में बोलना आना चाहिए।

Its just ridiculous – ये क्या बकवास है ???

आप केवल यीशु मसीह में सच्चे विश्वास के द्वारा अनुग्रह के दुवारा बचते हैं।

 

2.      मैं इसे नियंत्रित नहीं कर सकता

अब कुछ लोग कहते हैं कि जब वे टंग्स/अन्य भाषा में बोलते हैं तो वे इसे नियंत्रित नहीं कर सकते।

वे बस इसे नियंत्रित नहीं कर पाते हैं और कुछ लोग तो यहाँ तक कहते हैं कि  जब पवित्र आत्मा आती है तो मैं बस आत्मा को पकड़ लेता हूँ।- तो मैं इसे पकड़ लेता हूँ और फिर मैं अन्य भाषा में बोलने लगता हूँ – हाहा हा

पवित्र आत्मा कही भाग नहीं रही है कि आप इसे पकड़ें।

अगर आप एक सच्चे फिरसे जनमे हुए विश्वासी हैं, तो आपके अंदर पवित्र आत्मा है। और आत्मा के फलों में से एक आत्म-नियंत्रण self control भी है।

आप इसे गलातियों 5:22  में पढ़ते हैं,

पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, शान्ति, धीरज, और दया, भलाई, विश्वास,

नम्रता, और संयम हैं;

तो आपके पास आत्म-नियंत्रण है। self control है

परमेश्वर  अव्यवस्था या अराजकता के परमेश्वर  नहीं हैं।

 

3.       कोई इसका अनुवाद नहीं करता/ कर सकता

अब मैंने कई चर्चों में देखा है जहां लोग अचानक अन्य भाषा में बोलने लगते हैं।

बस एक-दूसरे के ऊपर, जोर जोर से चींख चीख कर हल्ला मचा कर, उछल कूद करके  और फिर कोई इसका अनुवाद नहीं करता। translate नहीं करता – कोई भी इसका अर्थ नहीं समझाता है

यहाँ तक कि प्रचारक भी टंग्स/अन्य भाषा में बोलते हैं, लेकिन कोई इसका अनुवाद नहीं करता। तो कोई नहीं जानता कि वह क्या कह रहे हैं या दूसरे लोग क्या कह रहे हैं।

लेकिन बाइबिल बहुत स्पष्ट है कि आपको इसका अनुवाद करना चाहिए। और अगर आप नहीं करते तो आपको चुप रहना चाहिए।

1 कुरिन्थियों 14 :27 से कहता है

यदि अन्य भाषा में बातें करनी हों, तो दो-दो, या बहुत हो तो तीन-तीन जन बारी-बारी बोलें, और एक व्यक्ति अनुवाद करे।

 

अब इसे ध्यान से सुनो

परन्तु यदि अनुवाद करनेवाला न हो, तो अन्य भाषा बोलनेवाला कलीसिया में शान्त रहे, और अपने मन से, और परमेश्वर से बातें करे।

 

एक बार मै एक चर्च में गया

मैं अंदर गया और अचानक वहा के लोग अन्य भाषा में बोलने लगे, और यहाँ तक कि पास्टर भी अन्य भाषा में बोलने लगे और किसी ने भी अनुवाद नहीं किया। उसका अर्थ नहीं बताया

और मैंने चर्च के चारों ओर देखा और मुझे वहां कुछ और भी चेहरे दिखाई दिए। शायद वे चर्च में नए लोग थे। और वो लोग शायद यही सोच रहे थे कि यहाँ क्या हो रहा है?

सभा के बाद  मैंने पास्टर से बाद में बात की और मैंने उन्हें बताया कि पॉलुस ने 1 कुरंथियो अध्याय 14 में अन्य भाषा में बोलने के बारे में क्या कहा था और लोगों को इसका अनुवाद करना चाहिए। अर्थ भी बताना चाहिए

क्योंकि किसी ने अनुवाद नहीं किया और कोई नहीं जानता कि वे क्या कह रहे थे और क्या हो रहा था।

यह थोड़ा अराजकता भरा होता है चर्च में disorder create करता है

उस पास्टर साहब  ने मुझसे क्या कहा? shockingly, उन्होंने कहा कि यह बाइबिल में केवल एक बार हुआ था  जब पोलुस ने ऐसा कहा था, इसलिए यह इतना important नहीं है। बाइबिल में बहुत कुछ लिखा नहीं गया है और जो लिखा गया है जरुरी नहीं है कि उसको ऐसे ही follow भी किया जाये !

क्या आप इस पर विश्वास कर सकते हैं? उन्होंने ऐसा ही कहा था

आप यह  नहीं चुन सकते कि आप क्या विश्वास करना चाहते हैं या क्या नहीं

ये ऐसे नहीं है कि बाइबिल में जो लिखा है उसमे से आप क्या विश्वास करना चाहते है और क्या छोड़ देना चाहते है ।- नहीं

आपको पूरा का पूरा परमेश्वर का वचन, सत्य के तौर पर लेना चाहिए और इसमें बने रहना चाहिए।

  

4.       कौन अधिक आध्यात्मिक है

कुछ लोग कहते हैं कि वे अधिक आध्यात्मिक हैं क्योंकि वे अन्य भाषा में बोलते हैं'

यह एक झूठ है।

क्योंकि बाइबिल ऐसा नहीं कहती है। ऐसे लोग अपने आप को घमंड के शिखर पर रखते हैं।

इस बारे में पॉलुस, वास्तव में ये बाते कहते हैं।

1 कुरिन्थियों में 14: 18 से,

मैं अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, कि मैं तुम सबसे अधिक अन्य भाषा में बोलता हूँ।"

"परन्तु कलीसिया में अन्य भाषा में दस हजार बातें कहने से यह मुझे और भी अच्छा जान पड़ता है, कि औरों के सिखाने के लिये बुद्धि से पाँच ही बातें कहूँ।"

अब, कुरिन्थियों के पत्र का पृष्ठभूमि जानने के लिए।

पॉल ने कुरिन्थ के ईसाइयों को लिखा क्योंकि उसने सुना था कि वे एक-दूसरे से बहस कर रहे थे कि कौन अधिक आध्यात्मिक है।

वे यहाँ तक कि घमंड करते थे कि किसने उन्हें बपतिस्मा दिया है।

पत्र की शुरुआत में ही हम पढ़ते हैं 1 कुरिन्थियों 1:11 से ,

क्योंकि हे मेरे भाइयों, खलोए के घराने के लोगों ने मुझे तुम्हारे विषय में बताया है, कि तुम में झगड़े हो रहे हैं।

मेरा कहना यह है, कि तुम में से कोई तो अपने आप को पौलुस का,” कोई अपुल्लोस का,” कोई कैफा का,” कोई मसीह काकहता है।

क्या मसीह बँट गया? क्या पौलुस तुम्हारे लिये क्रूस पर चढ़ाया गया? या तुम्हें पौलुस के नाम पर बपतिस्मा मिला?

और फिर जब आप अध्याय 3 में जाते हैं, पॉल मूल रूप से उन्हें बताता है कि वे अभी भी आध्यात्मिक बच्चे हैं, कि वे अभी भी शारीरिक मसीही विश्वासी हैं।3:1से  

हे भाइयों, मैं तुम से इस रीति से बातें न कर सका, जैसे आत्मिक लोगों से परन्तु जैसे शारीरिक लोगों से, और उनसे जो मसीह में बालक हैं।

मैंने तुम्हें दूध पिलाया, अन्न न खिलाया; क्योंकि तुम उसको न खा सकते थे; वरन् अब तक भी नहीं खा सकते हो,

क्योंकि अब तक शारीरिक हो। इसलिए, कि जब तुम में ईर्ष्या और झगड़ा है, तो क्या तुम शारीरिक नहीं? और मनुष्य की रीति पर नहीं चलते?

इसलिए कि जब एक कहता है, “मैं पौलुस का हूँ,” और दूसरा, “मैं अपुल्लोस का हूँ,” तो क्या तुम मनुष्य नहीं?

और फिर अध्याय 5 में पॉलुस यह भी कहता है कि उनके बीच यौन अनैतिकता है।


मैं इन चीजों को यहाँ पर क्यों बता रहा हूँ?

क्योंकि आज भी कई चर्चों में, लोग आध्यात्मिक वरदानो पर इतना ध्यान केंद्रित करते हैं, और फिर भी ये लोग वही पाप कर रहे है क्योकि वे अभी भी शारीरिक है ।

लोग चमत्कार और भविष्यवाणियाँ चाहते हैं, ये सभी अलौकिक चीजें। सबसे महत्वपूर्ण चीज पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय

और वह है

यीशु मसीह।, पवित्र और धर्मी जीवन जीना, प्रभु की इच्छा के अनुसार जीना, पवित्रता पर ध्यान केंद्रित करना। बाकी सब कुछ बस एक बोनस है।


यह ऐसा है। - इस बड़े अद्भुत घर की कल्पना करें, और वहाँ बहुत सारे कमरे हैं, लेकिन आप एक पेड़ की छाया को यहाँ जमीन पर देखते हैं। ये छाया आत्मिक वरदान है  और घर यीशु मसीह है।

तो आप बस छाया को देखते हैं, और आप बस छाया में रहना चाहते हैं, क्योंकि छाया अच्छी है और वह आपको सूरज से बचा रही है, लेकिन आपको इस बात का कोइ आईडिया नहीं है। अगर आप घर के अंदर जाएँ और बस यीशु पर ध्यान केंद्रित करें, आप और वह, ,वह और आप। यह आपके जीवन को बदल देगा। ये अन्य चीजें। यह बस एक बोनस है।

आज कई चर्च हैं। पादरी और प्रचारक हैं, जो इन झूठी बातों को लोगों को सिखाते हैं।

पर  उन लोगों के लिए जो खुजली वाले कान रखते हैं, जो वो सुनना चाहते हैं जो उनकी शारीरिक अभिलाषाए है, इच्छाएँ है । वे  चमत्कार और भविष्यवाणियाँ देखना चाहते हैं, और पैसे चाहते हैं

लेकिन वे उस चीज़ कि चूक कर रहे हैं जो वास्तव में महत्वपूर्ण है, और वह है यीशु मसीह। उसके लिए पवित्र जीवन जीना, क्योंकि वह पवित्र और धर्मी हैं।

बाकि ये सभी अन्य चीजें, ये वरदान । यह बस एक बोनस है।

 

5.       दुष्टात्माओं के नकली वरदान  का खतरा

आपको दुष्टात्माओं के नकली वरदानो के खतरे के बारे में भी जानना चाहिए।

दुष्टात्माएँ पवित्र आत्मा के उपहारों की नकल करती हैं और वे ऐसा विश्वासियो  को धोखा देने के लिए करती हैं। वे ऐसा चर्च में भी कर सकती  हैं।

और यह एक और कारण है कि हमें चर्च में अन्य भाषा में बोलने की व्याख्या करनी होती है।

1 यूहन्ना 4:1से  कहता है,

हे प्रियों, हर एक आत्मा पर विश्वास न करो: वरन् आत्माओं को परखो, कि वे परमेश्वर की ओर से हैं कि नहीं; क्योंकि बहुत से झूठे भविष्यद्वक्ता जगत में निकल खड़े हुए हैं।

परमेश्वर का आत्मा तुम इसी रीति से पहचान सकते हो, कि जो कोई आत्मा मान लेती है, कि यीशु मसीह शरीर में होकर आया है वह परमेश्वर की ओर से है।

और जो कोई आत्मा यीशु को नहीं मानती, वह परमेश्वर की ओर से नहीं है; यही मसीह के विरोधी की आत्मा है; जिसकी चर्चा तुम सुन चुके हो, कि वह आनेवाला है और अब भी जगत में है।

तो आप हर आत्मा पर विश्वास नहीं कर सकते। आपको इसे परखना होगा। यही बाइबिल कहती है। बाइबिल यह नहीं कहती कि परमेश्वर इसे आपके लिए परखेंगे। यह कहती है कि आपको इसे परखना होगा।

और मुझे यह बहुत स्पष्ट करने दें,

 

so called  आत्मा में नशे में होना या आत्मा में मारा जाना, या आत्मा में जमीन पर लोटनिया मरना, आत्मा में चिलाना हा हुल्ला मचाना ये परमेश्वर की और से नहीं है।

आपने उन्हें देखा और सुना। उनको 'अन्य भाषा में बोलने' के बारे में सुना,

पवित्र आत्मा कभी भी आपके भीतर इस तरह काम नहीं करेगा कि आप नशे में हो जाएँ, या ए करेंट मार लोतनिया खाने लगे उछ्च्ल कूद करने लगे, या किसी जानवर की तरह आवाजें निकालें, या दुसरे लोगों के सामने अपने कपड़े उतारें।

परमेश्वर व्यवस्था और शांति के परमेश्वर हैं।

1 कुरिन्थियों 14:33 में लिखा है, क्योंकि परमेश्वर गड़बड़ी का नहीं, परन्तु शान्ति का कर्ता है;

कुछ झूठे चर्च यह दावा करते हैं कि उनके पास पुनरुद्धार है, जब आत्मा उतरता तो ऐसा होता है। लोग आत्मा में जमीन पर करंट मार लोटनिया खाते हैं, आत्मा में नशे में होते हैं, आत्मा में कण्ट्रोल से बाहर हस्ते रहते हैं, आत्मा में चिलाते है और वे सभी राजा दाउद की पागल सा व्यवहार करते हैं।

ये सब झूठ है ये चर्च और ऐसे पादरी अपने को दुसरो से अलग दिखाने और अपने बिज़नस को चमकाने के लिए ऐसा करते है और शैतानी आत्माओ के प्रभाव में होने के कारन शैतानी आवाजे निकालते है

क्या आपको दिखाई नहीं देता जब ये चर्च और इनके so called विश्वासी आत्माओ में होते है तो जो हरकते ये करते है क्या ये स्वर्ग्गीय आत्मा की हो सकती है क्या पवित्र आत्मा ऐसा कर सकता है – कभी भी नहीं

जो ये चिल्ल्ताते है जो करंट मार लोटनिया खाते है जो जानवरों की तरह हल्ला उछाल कूद करते है ये सब नरक में तड़पती शैतानी आत्माओ की निशानिया है ऐसे लोगो को जहा चर्च से लात मर के भगा देना चाहिए था वही ऐसे लोगो को अन्य विश्वासियो से ज्यादा पवित्र बताया जाता है उनको ज्यादा special समझा जाता है – ये सब नकली आत्मा के नकली वरदान होते है ऐसो से सावधान रहे और जितनी जल्दी जो सके ऐसे चर्च और पादरियों को टाटा बाये बाये कह दे

 

जब सच में पवित्र आत्मा उतरता है तो वो आपको शांति से भर देता है, वो आपको पाप के लिय दोषी ठहरता है, आप पश्चताप में आशुओ से भर जाते है और रोते है और आत्मा आपका दिल हल्का कर देता है और आप आनंद और अनुग्रह से भर जाते है, आपका शरीर एक नयी ताजगी महसूस करता है, उसके बाद आपको ये दुनिया और सांसारिक बाते और इछाये बेमतलब सी लगती है और आप प्रभु के साथ एक आलोकिक रिश्ता महसूस करने लग जाते है

 

एक और बात ज आपको याद रखनी चाहिए कि अन्य भाषा में बोलना किसी को भी ज्यादा आत्मिक और special नहीं बनाता है और न ही आपको दुसरो को देख कर अन्य भाषा में बोलने की प्रैक्टिस करनी चाहिए  और न ही अन्य भाषा ने बोलना इस बात का प्रमाण है कि वह व्यक्ति परभू के ज्यादा नजधिक है या उसकी प्रार्थना जल्दी सुनी जाती है, या जब आप भी अन्य भाषा में लोना सीख जाओगे तो आपको जयादा आशीष मिलने लग जाएगी आपकी ज्यादा तरक्की हो जाएगी या बीमारियों और दुष्ट आत्माओ से छुटकारा मिल जायेगा- नहीं No ऐसा कुछ भी नहीं है – ये सब मिथ है भ्रम है जो नकली आत्मा के दुवारा चर्च में फैलाया जाता है

अन्य भाषा में बोलना आपका चुनाव नहीं है ये तो परमेश्वर का चुनाव है – वो अपने हिसाब से कुछ लोगो को कुछ काम करवाने के लिए चुनता है और अन्य भाषा उन पर प्रकट कर देता है ताकि वे अन्य भाषा ने होकर परमेश्वर का वो काम पूरा कर सके और साथ ही साथ परमेश्वर कुछ ऐसे लोग भी चुनता है जो उस अन्य भाषा का मतलब भी समझा सके – तो ये बस बाकि सारे वरदानो की तरह ही एक वरदान है जैसे आपको बाकि 15 वरदान मिलते है वैसे ही ये भी है वरदानो कि जायदा डिटेल के लिए आप ये विडियो देख सकते है लेकिन याद रखे सभी वरदान दुसरो की सेवा करने के लिए मिलते है अपने फैयदे के लिए नहीं मिलते - ok    

इसीलिए यदि आपके चर्च में पादरी या विश्वासी अन्य भाषा में बोलने का खेल खेलते रहते है तो अगली बार उनसे पूछना कि इसका अर्थ भी समझाए और अगर वो न समझाए तो समझ जाना कि उनके पास असली वरदान है या नकली –

 

मेरा आप से एक सवाल है – क्या आप ऐसे किसी भी नकली वरदानो को पाना चाहोगे या उनकी parctice करना चाहोगे – कमेंट बॉक्स में मुझे बताइए –

 

अगर परमेश्वर आपको अन्य भाषा का वरदान देंगे तो वो आपको उसका अर्थ भी प्रकट करेंगे – so dont worry – इसके लिए अपने आप को ज्यादा force न करे ये आपके हाथ में नहीं है ये परमेश्वर का चुनाव है उसी को करने दे – आप अपने आप को झूठ मुठ का अबसबराब्बा में न फ़साये – क्योकि झूठे लोगो से परमेश्वर नफरत करता है

 

सच्चा पुनरुद्धार तब होता है जब परमेश्वर सिर्फ आपको ही नहीं, बल्कि आपका हृदय भी बदलता है। जब पवित्र आत्मा आता है तो उस चर्च के लोगो (मण्डली) को, वह आपको बदलने के लिए आप में काम करता है।

वह व्यक्ति जो पहले ईश्वर को नहीं जानता था वह अचानक उसके पास आ जाता है और कहता है हे ईश्वर मेरे पापों को क्षमा कर दो।

आज मैं आपके साथ एक  नए रिश्ते की शुरुआत कर रहा हूं।

यही सच्चा पुनरुत्थान है।

आप वहां ईश्वर की उपस्थिति महसूस कर सकते हैं, और जब आप अपने चारों ओर देखते हैं, तो पाते हैं कि हर किसी को लगता है कि वे रो रहे हैं। यह एक रोना है ईश्वर की ओर, सत्य और आत्मा में। जहाँ आपको इसका एहसास होता है, आप पापी हैं। आप ईश्वर की महानता के सामने झुकते हैं, और आपके अंदर यह गहरी इच्छा होने लगती है कि सचमुच आपका परमेश्वर से गहरा रिश्ता है.

यही सच्चा पुनरुत्थान है।

यह पवित्र आत्मा का सच्चा कार्य है। यह इन बाहरी चीजों के बारे में नहीं है, यह अंदर क्या होता है इसके बारे में है।

इस सीरीज के पार्ट -3 में हम बात करेंगे झूठे चर्च और आगुओ के बारे में और उनके फर्जी आत्मो और उनके वरदानो के बारे में


तो जुड़े रहे हमारे साथ wtl पर and dont forget to subscribe wtl 

Thank you May God bless you and your family

Stay tuned Stay blessed

 

  • अगर आप इस लेख में कोई गलती देखे तो हमें कमेंट बॉक्स में बताइए _धन्यवाद !








इसे भी पढ़े =>> 

[***] 📙📱  Products  ख़रीदे = click here 


📸  PHOTO GALLERY 📸 

 

 

 

 

Post a Comment

Previous Post Next Post

Rating