पवित्र आत्मा के वरदान क्या है ?
What are the Gifts of the Holy Spirit?
आप सब को जय मसीह की तो आइये आज इस विडियो में पवित्र आत्मा के Gifts (वरदानो) के बारे में बात करते है । video
मै जनता हूँ, कि बहुत से लोग इसके बारे में बात करना और study करना पसंद करते हैं। और यहां तक कि बहुत से चर्च भी इस पर एक-दूसरे से बहस करते हैं। और इसलिए पवित्र आत्मा के वरदानो के सिद्धांत को समझना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
तो पहले आपको यह समझना चाहिए कि हम पवित्र आत्मा से वरदान प्राप्त करते हैं और पवित्र आत्मा प्रत्येक व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से, अपनी इच्छा से ये वरदान देता है।
इसका अर्थ ये है कि वह हर व्यक्ति को एक ही वरदान नहीं देगा। यह अलग-अलग होगा।
[1 कुरिन्थियों 12 :11 ]
परन्तु ये सब प्रभावशाली कार्य वही एक
आत्मा करवाता है,
और जिसे जो चाहता है वह बाँट देता है।
कुछ
चर्च ऐसे भी हैं जो कहते हैं कि आप एक मसीही विश्वासी हीं हो सकते या यहां तक भी कह देते कि
आप हमारे चर्च का हिस्सा नहीं बन सकते - इसके मेम्बर नहीं बन सकते – अगर आप अन्य भाषा
में बात नहीं कर सकते तो,
यह सबसे अजीब बात है क्योंकि मैं इसे बाइबल में नहीं पाता। शायद वे एक अलग बाइबिल पढ़ते होंगे ।
[रोमियों 12:6]
और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न-भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिसको भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे।यदि सेवा करने का दान मिला हो, तो सेवा में लगा रहे, यदि कोई सिखानेवाला हो, तो सिखाने में लगा रहे;जो उपदेशक हो, वह उपदेश देने में लगा रहे; दान देनेवाला उदारता से दे, जो अगुआई करे, वह उत्साह से करे, जो दया करे, वह हर्ष से करे।
और पतरस भी basicaly यही बात कहता है:
[1 पतरस4:10 ]
जिसको जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्डारियों के समान एक दूसरे की सेवा में लगाए।
यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले मानो परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे, तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिससे सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो। महिमा और सामर्थ्य युगानुयुग उसी की है। आमीन।
तो पहली बात जो आपको समझनी चाहिए कि जब आत्मिक वरदानो की बात आती है तो वह यह है कि यह पवित्र आत्मा से मिलता है। अलग-अलग वरदान हैं और पवित्र आत्मा अपनी इच्छा से देता है।
दूसरा, और यह महत्वपूर्ण है, वरदान अपने स्वार्थी लाभ के लिए नहीं होते है। यह आपके बारे में नहीं है। यह दूसरों की सेवा करने के बारे में है।
[1 कुरिन्थियों 12:7]
किन्तु सब को लाभ पहुँचाने के लिये हर
एक को आत्मा का प्रकाश दिया जाता है।
देखिए, हमें मिलकर मसीह का शरीर कहा जाता है।
Just imagine कि यह कैसा दिखेगा। अगर एक कान अपने आप चलने लगे । - नहीं, यह शरीर के साथ - पैरों के साथ - चलता है, इसे मदद की ज़रूरत होती है।
और इसलिए, आप कभी भी घमंडी नहीं हो सकते और यह नहीं कह सकते हैं कि ओह, मुझे यह वरदान मिला है! और यह वरदान मिला है! और उस व्यक्ति को नहीं मिला इसलिए मैं – मैं औरो से अधिक important हूँ ।
यह सांसारिक प्रकृति है। और कई मसीही अगर वे इस बारे में careful नहीं हैं, तो इस तरह की हरकत कर सकते हैं।
[नीतिवचन 16:5]
सब मन के घमण्डियों से यहोवा घृणा करता
है; मैं दृढ़ता से कहता हूँ, ऐसे लोग निर्दोष न ठहरेंगे
तो वरदान हमारे लिए एक-दूसरे की मदद करने के लिए हैं। क्योंकि मिलकर हम मसीह का शरीर हैं। हमें एक-दूसरे की ज़रूरत है।
आपको यह समझने की ज़रूरत है कि आपके वरदान क्या हैं और फिर उन्हें परमेश्वर की महिमा के लिए उपयोग करें। और मसीह में भाई-बहनों के लिए।
Now , there
is also a danger in Spiritual Gifts
इन आत्मिक वरदानो के साथ एक खतरा भी है अगर इनको गलत तरीके से उपयोग किए जाएं तो
और यहां तक कि जब हम
नकली वरदानो को देखें जो वास्तव में पवित्र आत्मा से नहीं हैं बल्कि दुष्ट आत्माओं
से हैं। इस पर आगे बाद में और अधिक बात करेंगे।
पर आइए पहले इन वरदानो को देखते है ।
[1 कुरिन्थियों 12:4-11]
वरदान तो कई प्रकार के हैं, परन्तु आत्मा एक ही है।
और सेवा भी कई प्रकार की है, परन्तु प्रभु एक ही है।
और प्रभावशाली कार्य कई प्रकार के हैं, परन्तु परमेश्वर एक ही है, जो सब में हर प्रकार का प्रभाव
उत्पन्न करता है।
किन्तु सब के लाभ पहुँचाने के लिये हर
एक को आत्मा का प्रकाश दिया जाता है।
क्योंकि एक को आत्मा के द्वारा बुद्धि
की बातें दी जाती हैं; और दूसरे को उसी आत्मा के अनुसार
ज्ञान की बातें।\
"और किसी को उसी आत्मा से विश्वास; और किसी को उसी एक आत्मा से चंगा करने का वरदान दिया जाता है।"
फिर किसी को सामर्थ्य के काम करने की
शक्ति; और किसी को भविष्यद्वाणी की; और किसी को आत्माओं की परख, और किसी को अनेक प्रकार की भाषा; और किसी को भाषाओं का अर्थ बताना।
परन्तु ये सब प्रभावशाली कार्य वही एक
आत्मा करवाता है, और जिसे जो चाहता है वह बाँट देता है।
अब बहुत से लोग केवल बाइबल के इस हिस्से में ही जाते हैं ताकि आध्यात्मिक वरदानो को खोज सकें। लेकिन यह बाइबल में वरदानो की एकमात्र लिस्ट नहीं है। कुछ और भी हैं। अगर हम सभी को मिलाकर देखें हम पाते हैं कि लगभग 15 आत्मिक वरदान हैं।
1. Teaching (शिक्षण)
जो लोगों को बाइबल, परमेश्वर
के सत्य को एक स्पष्ट, प्रभावी, आसान
समझने योग्य तरीके से समझाने या बताने का काम है।
2. Encouragement/
Exhortation (प्रोत्साहित
करना या उपदेश देना)
यह सुधारना, मदद करना और लोगों को हमेशा परमेश्वर के सत्य का पालन करने की याद दिलाना है। विशेष रूप से उन लोगों को जो विश्वास या बाइबिल के सिद्धांतों से भट गए हैं। This is important – यह बहुत महत्वपूर्ण है - आज के समय और युग के लिए। सभी झूठे भविष्यवक्ताओं के लिय , और झूठे सिद्धांतों के लिय ।
3. Giving (देना)
जो लोग खुशी से दूसरों
को जरूरतमंद चीजें देते हैं। अपनी
संपत्ति देना – अपने पैसे देना - यहां तक कि अपनी skills और time का देना।
4. Faith (विश्वास)
एक व्यक्ति जो परमेश्वर के प्रति मजबूत उत्साह रखता है, परमेश्वर और उनके
वादों में अडिग विश्वास रखता है।
अब, यह
भी जानना महत्वपूर्ण है कि हम सभी फिरसे जन्मे मसीह है - हमारे पास एक
निश्चित मात्रा में विश्वास होता है। और आपको यह जानना चाहिए कि आप
भी अपने विश्वास में और अधिक बढ़ सकते हैं। लेकिन यह भी परमेश्वर का एक वरदान है।–
विश्वास करना और कभी-कभी परमेश्वर लोगों को बहुत अधिक अडिग विश्वास का वरदान दे
सकते हैं,
5. Word of Wisdom (बुद्धि के शब्द)
यह जानना कि कब और कैसे सत्य के ज्ञान को बोलना है और अधिकांश स्थितियों में इसे कुशलता से कैसे लागू करना है,
6. Knowledge (ज्ञान)
जो लोग सत्य को गहराई से समझते हैं परमेश्वर के माध्यम से, इसका अर्थ है कि वे परमेश्वर के वचन के रहस्यों को समझते हैं जो कुछ दुसरे लोगो को बहुत कठिन लगते हैं। परमेश्वर उन्हें प्रकट करते हैं।
7. (Healing)चंगाई।
पवित्र आत्मा लोगों को चंगा कर सकता है जब कोई उनके लिए
प्रार्थना करता है। अब आपको यहाँ कुछ समझने की ज़रूरत है। पुराने समय में जब
प्रेरितों को मिनिस्ट्री के लिए पवित्र आत्मा की शक्ति से भर दिया गया तब पवित्र
आत्मा ने उन्हें सुसमाचार का प्रचार करने के लिए वरदान दिए और उनमें से कुछ को
चंगा करने के लिए भी। और जब वे किसी के लिए प्रार्थना करते थे, वह व्यक्ति चंगा हो जाता था और इस तरह सुसमाचार उन दिनों में बहुतायत
से फ़ैल गया। और यह एक सही समय और युग था क्योंकि वह पूरे मसीह सभ्यता के विस्तार का
समय था।
परमेश्वर अभी भी चमत्कारों का परमेश्वर है। वह परमेश्वर जो चंगा करता है। और वह आज भी
लोगों को चंगा करता है। और आप - जब भी आप किसी के लिए प्रार्थना करते हैं, परमेश्वर से उस
व्यक्ति को चंगा करने के लिए कह सकते हैं और वह कर सकता है। लेकिन, परमेश्वर फैसला करेगा। किस को चंगा करना है और किस को
नहीं और इसलिए आपको जो कुछ भी परमेश्वर
चुनता है उसके साथ संतुष्ट होना चाहिए।
8. Miracle (चमत्कार)
यह ठीक वैसे ही है जैसे चंगाई का वरदान है , हम चमत्कारों के लिए प्रार्थना कर सकते हैं। लेकिन परमेश्वर फैसला करेगा।
9. Prophecy (भविष्यवाणी)
परमेश्वर की इच्छा या परमेश्वर के सत्य की घोषणा करना।
10. Discerment आत्माओं की परख।
जो लोग आसानी से भेद कर सकते हैं पवित्र आत्मा के बीच उसके वरदान और दुष्ट आत्माएं जो पवित्र आत्मा के वरदानो की नकल करती हैं। उसको आसानी से परख लेते है
यह वरदान इसलिए काम करता है ताकि विश्वासियों को झूठे शिक्षकों की पहचान करने में मदद मिल सके। वे स्पष्ट रूप से देख सकते हैं जब कोई झूठ बोल रहा होता है जब वे झूठे सिद्धांत फैला रहे होते हैं।
11. Toungues
(भाषाएं)
जो लोग एक ऐसी भाषा में बोल सकते हैं जिसे पवित्र आत्मा उन्हें देता है। अब, कुछ denomibnation इस वरदान में विश्वास नहीं करते। और कुछ इसमें बहुत अधिक विश्वास करते हैं। जहां वे वास्तव में लोगों को चर्च में इसे बोलने के लिए मजबूर करते हैं। इस पर बाद में पार्ट -2 में और अधिक बात करंगे।
12. Interpretation of Tongues (भाषाओं की व्याख्या)
13.Mercy (दया)
जिनके पास बड़ा दिल होता हैं। वे लोग जो दूसरों के प्रति बहुत सहानुभूतिपूर्ण होते हैं। उनकी मदद करना और उन्हें सांत्वना देना देते है अब जिन लोगों के पास यह वरदान होता है - दया का वरदान - उनके पास आमतौर पर प्रोत्साहन encouragement का वरदान भी होता है
14. Leadership (नेतृत्व)
वे लोग जो दूसरों को सेवा करने के तरीके के लिय lead करते हैं। जो समझते हैं कि अन्य लोगों को एक सामान्य लक्ष्य की ओर मार्गदर्शन करने के लिए क्या करना चाहिए। जहां परमेश्वर उनका मार्गदर्शन करते हैं।यह व्यक्ति उदाहरण देकर नेतृत्व करता है और एक ग्रुप को प्रभावी ढंग से प्यार भरे तरीके से manage कर सकता है।
ज्यादातर, लीडर्स के पास भी wisdom का वरदान होता है। और यह तब खतरनाक होता है जब किसी को leadership की स्थिति में रखा जाता है जबकि उसके पास leadership का वरदान नहीं होता है। मतलब कि उसके पास बुद्धि का वरदान तो है पर leadership का वरदान नहीं है – हर बुद्धिमान अगुवाह जरुरी नहीं है कि वह अच्छा लीडर भी हो – ऐसा व्यक्ति बहुतो के लिए ठोकर का कारण बन सकता है और हम इसे आज की दुनिया में भी देखते हैं।
अक्सर हम देख सकते है जहां अगुवाहे भयानक होते हैं, जो सिर्फ अपने शारीरक स्वाभाव से leading कर रहे होते हैं और वो बस अपने बारे में ही बोलते रहते है । यह घमंड से भरा हुआ होता है। चर्च में यह बहुत खतरनाक होता है
15.Helps (मदद करना)
कोई व्यक्ति जो हमेशा दूसरों की मदद करने और स्वेच्छा से काम करने के लिए तैयार रहता है।ये लोग केवल दया नहीं दिखाते बल्कि सहानुभूति भी दिखाते हैं। क्योंकि वे आसानी से जान सकते हैं और समझ सकते हैं जब कोई कठिन समय से गुजर रहा होता है या एक आध्यात्मिक संघर्ष में होता है।
यही है। पवित्र आत्मा के 15 वरदान।
यदि आप अभी भी एक युवा मसीही हैं या अपने आत्मिक वरदानो के बारे में नहीं जानते हैं तो आप बस परमेश्वर से पूछ सकते हैं और वह इसे आपके ऊपर प्रकट करेगा।
Now, a word of warning एक चेतावनी भी है - और यह बहुत महत्वपूर्ण है - आपको गहराई इसे समझने की जरुरत है।
पवित्र आत्मा के वरदान होते हैं लेकिन नकली आत्माएं भी होती हैं। नकली वरदान भी होते है - यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है।
शैतान का सबसे बड़ा हथियार झूठे सिद्धांत, झूठी doctraine और झूठे टीचर लाना है। चर्च में झूठे शिक्षक भी होते है इस सिक्के दूसरा हिस्सा ये है कि उन लोगो का कुछ सत्यो को, दूसरे सत्यो पर अत्यधिक महत्व देना। और दूसरों को छोड़ देना।
for ex- , वे लोग केवल अनुग्रह के बारे में बात करते हैं और वे कभी पाप के बारे में बात नहीं करते।
आज ऐसे कई चर्च हैं विशेष रूप से अतिवादी करिश्माई चर्च (hyper karishmetic church)। वे इन नकली वरदानो पर बहुत ध्यान केंद्रित करते हैं पश्चाताप पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय। एक फिरसे जन्मा मसीही बनना। पवित्र जीवन जीना। परमेश्वर के वचन का अध्ययन करना। वे इन पर ध्यान नहीं देते है
इन चर्चों में, आपके के लिए बहुत प्रेरणादायक (motivational) प्रचार होता है और कुछ नहीं
उनके पास कुछ भी गहरा और ठोस नहीं होता है। और वहा के लोग अपनी बाइबलों को भी नहीं जानते।
वे केवल चिह्नों, आश्चर्यों, चमत्कारों, और वरदानो पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
for ex-,इन अतिवादी करिश्माई चर्चो में यह सब पागलपन होता है
उन चर्च में जिसे वे पुनरुद्धार कहते हैं। आत्मा में गिरना।, आत्मा में मदहोश होना। आत्मा में अनियंत्रित कण्ट्रोल से बाहर की हंसी
और चर्च में क्रेजी अन्य भाषाएं बोलना, और चर्च में verydisturbing order create करना
और फिर जब आप करीब से देखते हैं तो आप देखते हैं कि ये लोग ये सब कर रहे हैं।
- यह व्यक्ति उस व्यक्ति की बहन के साथ सो रहा है और वह उसके भाई के साथ है। और आप देखते हैं कि वहा यह सब पाप बढ़ रहे है। पास्टर लड़की को भगा कर शादी कर रहा है , एक से अधिक पत्नियों के साथ शादी कर रहा, और भी बहुत कुछ वहां चल रहा होता है
और वहा कोई पुनरुत्थान नहीं हो रहा है। लोग यीशु मसीह को अपने प्रभु और उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
वे परमेश्वर
के वचन का अध्ययन नहीं कर रहे हैं। वे नहीं जानते कि एक धर्मी जीवन कैसे जीना है।
पवित्र होना क्या है । क्योंकि परमेश्वर पवित्र हैं।
नहीं, वे अपने फायदे की चीजों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। वे धनदोलत चाहते हैं। वे चंगाई चाहते हैं।
और
वे केवल ये चमत्कारी चीजें चर्च में प्रकट होती देखना चाहते हैं।
यह एक समस्या है। अगर आप कभी किसी ऐसे चर्च में जाते हैं जो पश्चाताप का प्रचार नहीं करता – पाप का - नरक का -और इस बारे में बाइबल जो कुछ भी कहती है उसका प्रचार नहीं किया जा रहा, और अगर वे केवल अन्य चीजो को अत्यधिक महत्व देते हैं जो हमेशा बस कानों को गुदगुदाने वाली बाते होती हैं – गुड न्यूज़ (अच्छी खबर) - तो बहुत, बहुत सावधान रहें।
[1 योहन 4:1]
हे
प्रियों, हर
एक आत्मा पर विश्वास न करो: वरन् आत्माओं को परखो, कि वे परमेश्वर की ओर से हैं कि नहीं; क्योंकि बहुत से झूठे भविष्यद्वक्ता जगत में
निकल खड़े हुए हैं।
यही कारण है कि पवित्र आत्मा ने कुछ लोगों को विवेक का वरदान दिया है । आत्माओं का विवेक, आत्माओ की परख का वरदान
पर समस्या यह है कि यह वरदान सही से काम नहीं करता क्योकि लोग उन्हें सुनना नहीं चाहते जिनको आत्माओ की परख है ।
और
यही समस्या आज चर्च में है। कई लोग सोचते हैं कि वे हमेशा सही हैं। उन्हें किसी भी
मदद की आवश्यकता नहीं है
भले ही ये वोही है जो परमेश्वर का वचन कहता है। क्योंकि, पवित्र आत्मा विभिन्न वरदानो को विभिन्न लोगों को देता है। और यह इसलिय है कि हम एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं।
आज समस्या यह है कि बहुत सारे मसीही घमंड के कारण, सोचते हैं कि वे सब कुछ जानते हैं। आप उन्हें कुछ नहीं बता सकते- सीखा सकते है ।
अगर आप भी ऐसे ही हैं, तो आपको समझने की जरूरत है कि आप - स्वयं - अकेले अपने आप से - मसीह के पूरे शरीर नहीं हो सकते। आप इसका केवल एक छोटा हिस्सा हैं।
[1 कुरिन्थियों 12:15 से 27 ]
यदि
पाँव कहे: कि मैं हाथ नहीं, इसलिए देह का नहीं, तो क्या वह इस कारण देह का नहीं?
और
यदि कान कहे, “मैं
आँख नहीं, इसलिए
देह का नहीं,” तो
क्या वह इस कारण देह का नहीं?
यदि
सारी देह आँख ही होती तो सुनना कहाँ से होता? यदि सारी देह कान ही होती तो सूँघना कहाँ होता?
"परन्तु
सचमुच परमेश्वर ने अंगों को अपनी इच्छा के अनुसार एक-एक करके देह में रखा
है।"
यदि
वे सब एक ही अंग होते, तो देह कहाँ होती?
परन्तु
अब अंग तो बहुत से हैं, परन्तु देह एक ही है।
आँख
हाथ से नहीं कह सकती, “मुझे तेरा प्रयोजन नहीं,” और न सिर पाँवों से कह सकता है, “मुझे तुम्हारा प्रयोजन नहीं।”
परन्तु
देह के वे अंग जो औरों से निर्बल देख पड़ते हैं, बहुत ही आवश्यक हैं।
और
देह के जिन अंगों को हम कम आदरणीय समझते हैं उन्हीं को हम अधिक आदर देते हैं;
और
हमारे शोभाहीन अंग और भी बहुत शोभायमान हो जाते हैं,
फिर
भी हमारे शोभायमान अंगों को इसका प्रयोजन नहीं, परन्तु परमेश्वर ने देह को ऐसा बना दिया है,
कि
जिस अंग को घटी थी उसी को और भी बहुत आदर हो।
ताकि
देह में फूट न पड़े, परन्तु अंग एक दूसरे की बराबर चिन्ता करें।
इसलिए
यदि एक अंग दुःख पाता है, तो सब अंग उसके साथ दुःख पाते हैं; और यदि एक अंग की बड़ाई होती है, तो उसके साथ सब अंग आनन्द मनाते हैं।
इसी
प्रकार तुम सब मिलकर मसीह की देह हो, और अलग-अलग उसके अंग हो।
मैंने देखा है pastors - प्रचारक – लोग, जो सामने खड़े होते हैं – वो ऐसी बातें प्रचार कर रहे होते हैं जो परमेश्वर के वचन में नहीं होतीं यहां तक कि भविष्यवाणियां भी करते है जो सच नहीं होती
और सबसे अजीब बात यह है कि वे एक कहानी सुनाते हैं।
एक पादरी ने कहानी सुनाई और कहा कि, उसने कैमरे की ओर देखते हुए कहा कि इस बार फलाना सरकार आएगी ।
और
फिर रियल मे ऐसा नहीं हुआ। बाद में वह पास्टर इस पर हंस रहा था , जैसे यह कुछ मजेदार बात हो।
अगर परमेश्वर आपको कुछ बताते हैं, तो यह होगा लेकिन अगर आप कहते हैं कि
भविष्य में कुछ होगा और ऐसा नहीं होता, तो यह कहां से आता है? -आपके अपने दिमाग से या शैतान से
आपको खुद को test करना चाहिए। यह देखने के लिए कि क्या आप विश्वास में हैं।
आप में से कुछ जो यह वीडियो देख रहे हैं वास्तव में - शायद इसे गलत कारणों से देख रहे हैं।
आप इन चीजों को देख रहे हैं, यह सोचकर कि ये सब वरदान आपके बारे में है। आपके लिय है
आप वरदानो को समझना चाहते हैं क्योंकि यह सब आपके बारे में है।
यह वरदान दुसरो के लिए है लोगों की मदद करने के लिय है- आपके लिए नही है ।
कुछ लोग वरदान इसलिए चाहते हैं ताकि अन्य लोग देख सकें कि वे कितने महान हैं औरो से कितने पवित्र है कितने special है वे चुने हुए है और बाकि बस ऐसे ही है, एवे ही है
कुछ लोग परमेश्वर से वरदान इसलिए चाहते हैं ताकि परमेश्वर को महिमा मिले और अन्य लोगों की सेवा की जा सके। आप कौन से वाले हैं?
[1 कुरिन्थियों10 :24 ]
कोई
अपनी ही भलाई को न ढूँढ़े वरन् औरों की।
मुझे आपसे एक सवाल पूछना है ।
और कृपया करके ईमानदारी से जवाब दे क्या आप वास्तव में यीशु मसीह से प्रेम करते हैं?
- क्या आप उन वरदानो से अधिक यीशु मसीह से प्रेम करते हैं जो आप पवित्र आत्मा से प्राप्त कर सकते हैं?
- क्या आप यीशु मसीह से उसके लिए प्रेम करते हैं कि वह कौन है? या आप इसे केवल इस लिए अधिक पसंद करते हैं कि वह आपके लिए क्या कर सकता है?
- क्या आप एक सच्चे मसीह हैं जो अपने पूरे दिल से परमेश्वर से प्रेम करते हैं?
[मत्ती22:37]
उसने
उससे कहा, “तू
परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी बुद्धि के
साथ प्रेम रख।
अब
जाओ, अपना
प्रकाश चमकाओ।
जाओ अपने मसीह में भाइयों और बहनों तक पहुँचो
यदि आपको शिक्षा की आवश्यकता है, तो उस व्यक्ति के पास जाएं जो सिखाता है। यदि आपको बुद्धि की आवश्यकता है, तो उस व्यक्ति के पास जाएं जिसके पास बुद्धि है।
जो भी वरदान उनके पास है जिसकी आपको आवश्यकता हो सकती है, उनके पास जाएं।
घमंडी मत बनो। ओह, मुझे किसी चीज़ की ज़रूरत नहीं है मुझे किसी भी मदद की ज़रूरत नहीं है। वह शारीरिक स्वभाव मर चुका है।
आपको उस शारीरिक स्वभाव को क्रूस पर चढ़ाना होगा। आपको आत्मा से जीना और चलना होगा
और आत्मा आपको, अकसर, अपने मसीह में भाइयों और बहनों के साथ हाथ मिलाने के लिए प्रेरित करेगा।
क्योंकि साथ में हम मसीह का शरीर हैं। साथ में हमारे पास वही आत्मा है। हम एक आग में रखे कई कोयलों के समान हैं।
लेकिन जब आपको निकाल दिया जाता है यदि आप अकेले रहते हैं, तो आप बुझ जाएंगे मर जायेंगे।
आपको अच्छे से कार्य करने के लिए अन्य सदस्यों के साथ रहना होगा।
[इब्रानियों
10: 24-25]
और
प्रेम, और
भले कामों में उकसाने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें।
और
एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना न छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों-ज्यों उस दिन को निकट आते देखो,
त्यों-त्यों
और भी अधिक यह किया करो।
अब, यदि आप पवित्र आत्मा के नकली वरदानो को समझना चाहते हैं - आप जानते हैं, चर्च में राक्षस है जो पवित्र आत्मा का काम करने का दिखावा कर रहे हैं – तो जुड़े रहे हमारे साथ इस सीरीज के पार्ट-2 और पार्ट -3 में
पार्ट -2 में हम जानेगे अन्य भाषा में बोलने का सच क्या है is it biblical or not?
- अगर आप इस लेख में कोई गलती देखे तो हमें कमेंट बॉक्स में बताइए _धन्यवाद !