न्यू टेस्टामेंट बाइबल में दान और टाइट
न्यू टेस्टामेंट बाइबल में दान और टाइट (tithe) देने का महत्व एक महत्वपूर्ण विषय है। यह न केवल धन का विषय है, बल्कि यह हमारे हृदय की स्थिति और परमेश्वर के प्रति हमारी निष्ठा का भी प्रतीक है।
1. दान का सिद्धांत
न्यू टेस्टामेंट में दान देने का सिद्धांत सिखाया गया है कि हमें अपनी इच्छा से, प्रसन्नता से और उदारता से देना चाहिए। 2 कुरिन्थियों 9:7 में लिखा है, "हर एक व्यक्ति को जैसा उसने अपने मन में ठान लिया है, वैसा ही देना चाहिए; न तो हिचकिचाकर, और न ही मजबूरी से; क्योंकि परमेश्वर खुश दिल से दिए हुए दान को पसंद करता है।"
2. टाइट का सिद्धांत
टाइट, जो आमतौर पर 10% के रूप में समझा जाता है, का अर्थ है कि हमें अपने आय का एक हिस्सा परमेश्वर के कार्यों में निवेश करना चाहिए। मति 23:23 में, यीशु ने फ़रीसीयों को याद दिलाया कि वे टाइट देते हैं, लेकिन न्याय, दया और विश्वास का भी ध्यान रखना चाहिए। यह संकेत करता है कि टाइट का भुगतान केवल एक कानूनी दायित्व नहीं है, बल्कि यह हमारे नैतिक और आध्यात्मिक जीवन का भी एक हिस्सा है।
3. दान का प्रभाव
दान और टाइट देने का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह न केवल दाता के लिए, बल्कि समाज के लिए भी फायदेमंद होता है। जब हम उदारता से देते हैं, तो हम जरूरतमंदों की मदद करते हैं, चर्च और अन्य संगठनों को प्रोत्साहित करते हैं, और परमेश्वर के राज्य के विस्तार में सहायक होते हैं। उदाहरण के लिए, प्रेरितों के काम 20:35 में कहा गया है, "आपको याद है कि प्रभु यीशु ने आपसे कहा, 'देने में ही खुशी है।'"
निष्कर्ष
न्यू टेस्टामेंट में दान और टाइट का आदान-प्रदान केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह हमारे हृदय की स्थिति का संकेत है। हमें यह ध्यान में रखना चाहिए कि जब हम देने के लिए तैयार होते हैं, तो हम न केवल परमेश्वर को प्रसन्न करते हैं, बल्कि अपने समुदाय को भी लाभ पहुंचाते हैं। इस प्रकार, दान और टाइट देना एक आध्यात्मिक अनुशासन है जो हमारे विश्वास को मजबूत करता है और हमारे जीवन में परमेश्वर की कृपा को बढ़ाता है।