आप सब को जय मसीह की प्रकाशित वाक्य की इस सीरीज में हमे ये सवाल सबसे जायदा पूछा गया है कि प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में दो महान गवाह कौन हैं? | Who are The Two Witness? in Revelation
आज के इस लेख में हम इन्ही दो गवाहों के बारे में डिटेल में जानेगे और अगर आप हमारी वेबसाइट WTL पर नये है तो मेरी आप से रिक्वेस्ट है कि आप जल्दी से WTL को फॉलो कर ले और साथ में बेल आइकॉन भी प्रेस कर दे ताकि आपको हमारी नेक्स्ट पोस्ट का नोटिफिकेशन सबसे पहले मिल सके
प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में दो महान गवाह कौन हैं?
Who are The Two Witness? in Revelation
[प्रकाशितवाक्य 11:3 में]
और मैं अपने दो गवाहों को यह अधिकार दूंगा, कि टाट ओढे हुए एक हजार दो सौ साठ दिन तक भविष्यद्ववाणी करें।
देखिए मुझे यह बहुत पसंद है - उन बातों के बारे में बात करना जो होने वाली हैं - वो भविष्यवाणियाँ।
क्योंकि मैं यीशु के दूसरे आगमन की बेसबरी से प्रतीक्षा कर रहा हूं। मेरा मतलब है, अगर आप एक नए जन्मे मसीही हैं, तो आप भी ऐसा ही करते होंगे।- राइट!
हम इस संसार में हैं, लेकिन हम इस संसार का हिस्सा नहीं हैं।हमारा घर यीशु मसीह के साथ है।
अब, जिन्होंने हमारी प्रकाशितवाक्य की पुस्तक पर बनी पोस्ट्स देखी है, और रेग्युलरी हमारी पोस्ट देख रहे है और हमे फॉलो करते है वे जानते हैं कि यह बात जहां पर बाइबल उन दो महान गवाहों के बारे में बात कर रही है, यह ठीक उस समय की बात है जब छठी तुरही फूंकी जाएगी।- राइट क्लेशकाल के समय और सातवी, अंतिम तुरही से ठीक पहले, जो यह घोषित करता है कि अब यीशु मसीह राज्य करने जा रहे हैं।
[प्रकाशितवाक्य 11:15]
और जब सातवें दूत ने तुरही फूंकी, तो स्वर्ग में इस विषय के बड़े बड़े शब्द होने लगे कि जगत का राज्य हमारे प्रभु का, और उसके मसीह का हो गया।
[प्रकाशितवाक्य 11:19]
और परमेश्वर का जो मन्दिर स्वर्ग में है, वह खोला गया, और उसके मन्दिर में उस की वाचा का सन्दूक दिखाई दिया, और बिजलियां और शब्द और गर्जन और भुइंडोल हुए, और बड़े बड़े ओले पड़े॥
Wow!, बस कल्पना करें जब यह होगा।लेकिन इसके होने से पहले,
ये दो महा गवाह 1,260 दिनों तक सुसमाचार का प्रचार करेंगे, और कोई भी उन्हें रोक नहीं सकेगा। क्योंकि परमेश्वर उन्हें शक्ति देगा,
जब तक कि पशु (द बीस्ट) नहीं आएगा और उन्हें मार नहीं देगा। लेकिन फिर परमेश्वर उन्हें जीवित कर देगा। ताकि हर कोई इसे देख सके। और यह आखिरी बार है, एक आखिरी मौका, जो परमेश्वर लोगो को उस समय देगा एक आख़िरी प्रचार उन लोगो के लिये जो रैप्चर में छूट जाएँगे उन्हें परमेश्वर एक मौक़ा देगा कि वे उसे प्रभु और उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार करें।
इसे मेरे साथ पढ़िए। पद 5 कहता है:
[प्रकाशितवाक्य 11:5-9]
इन्हें अधिकार है, कि आकाश को बन्द करें, कि उन की भविष्यद्ववाणी के दिनों में मेंह न बरसे, और उन्हें सब पानी पर अधिकार है, कि उसे लोहू बनाएं, और जब जब चाहें तब तब पृथ्वी पर हर प्रकार की विपत्ति लाएं।
और जब वे अपनी गवाही दे चुकेंगे, तो वह पशु जो अथाह कुण्ड में से निकलेगा, उन से लड़ कर उन्हें जीतेगा और उन्हें मार डालेगा।
और उन की लोथें उस बड़े नगर के चौक में पड़ी रहेंगी, जो आत्मिक रीति से सदोम और मिसर कहलाता है, जहां उन का प्रभु भी क्रूस पर चढ़ाया गया था।
और सब लोगों, और कुलों, और भाषाओं, और जातियों में से लोग उन की लोथें साढ़े तीन दिन तक देखते रहेंगे, और उन की लोथें कब्र में रखने न देंगे।
यह खंड आपको यह समझने का एक आईडिया देता है कि उस समय लोग कितने दुष्ट होंगे। बहुत ही दुष्ट। क्या आपको लगता है कि हम अभी एक बुरी और भयानक दुनिया में रह रहे हैं? इस समय और हमारे present टाइम की कोई तुलना नहीं है, लेकिन उस समय यह इससे भी बुरा होगा आपकी कल्पना से भी परे बुरे लोग उस समय होंगे।
हम अंत समय के करीब हैं क्योंकि... दुनिया में इस समय इतनी बुराई है, लेकिन यह सिर्फ बदतर और बदतर होती जाएगी
[प्रकाशितवाक्य 11:10]
और पृथ्वी के रहने वाले, उन के मरने से आनन्दित और मगन होंगे, और एक दूसरे के पास भेंट gifts भेजेंगे, क्योंकि इन दोनों भविष्यद्वक्ताओं ने पृथ्वी के रहने वालों को सताया था
देखिए, यही कारण है कि लोग परमेश्वर से घृणा करते हैं। यही कारण है कि लोग सत्य से घृणा करते हैं।
क्योंकि वे यह नहीं सुनना चाहते कि उन्हें एक धर्मी जीवन जीना चाहिए। वे पाप करना चाहते हैं। वे हत्या, चोरी और व्यभिचार करना चाहते हैं। और बच्चों का बलात्कार करना चाहते हैं। हां, मैं ऐसी बातें बोल रहा हूं
क्योंकि यही मनुष्यजाति कर रही है। ज़रा दुनिया में हो रही मानव तस्करी को देख लीजिए। इंसानी हृदय दुष्ट है। बेहद दुष्ट
आप आजकल की खबरें देख सकते हैं, जब कुछ लोग सत्य के लिए खड़े होते हैं, दुनिया में अच्छा करने की कोशिश करते हैं और लोगों से कहते हैं कि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए,
तो दूसरे लोग गुस्सा होते हैं।वे दंगे करते हैं। वे हर संभव प्रयास करते हैं दूसरों को यह समझाने के लिए कि अच्छा अब बुरा है और बुरा ही अच्छा है।
और यह रुकने वाला नहीं है। ये लोग, अंत के दिनों में, इस बात से खुश हैं कि ये दो महान गवाह अब मर चुके हैं क्योंकि अब वे अपने पाप में जीना जारी रख सकते हैं।
[प्रकाशितवाक्य 11:11-13]
और साढ़े तीन दिन के बाद परमेश्वर की ओर से जीवन की आत्मा उन में पैठ गई; और वे अपने पांवों के बल खड़े हो गए, और उनके देखने वालों पर बड़ा भय छा गया
और उन्हें स्वर्ग से एक बड़ा शब्द सुनाईं दिया, कि यहां ऊपर आओ; यह सुन वे बादल पर सवार होकर अपने बैरियों के देखते देखते स्वर्ग पर चढ़ गए।
फिर उसी घड़ी एक बड़ा भुइंडोल हुआ, और नगर का दसवां अंश गिर पड़ा; और उस भुइंडोल से सात हजार मनुष्य मर गए और शेष डर गए, और स्वर्ग के परमेश्वर की महिमा की॥
अब, यह खंड हमें यह नहीं बताता कि ये दो महान गवाह कौन हैं। इस बारे में हम नहीं जानते।
कुछ लोग कहते हैं कि यह शायद हनोक और एलियाह हैं?
क्योंकि वे कभी नहीं मरे। वे दो ऐसे शक्स हैं जिन्हें परमेश्वर ने बिना मृत्यु का अनुभव किए उठा लिया।
तो लोग सोचते हैं कि ठीक है, परमेश्वर ने उन्हें इस समय के लिए तैयार करने के लिए ही बिना मरे उठा लिया था। ताकि इस समय वो मृत्यु को देखे लेकिन बाइबल ऐसा नहीं कहती, इसलिए हम इसे मान नहीं सकते। ये बस एक अंदाज़ा लगाना है।
और दूसरे लोग कहते हैं कि यह शायद मूसा हैं।
मूसा और एलियाह, बाइबिल के इस खंड के कारण।वो ऐसा मानते है
[मत्ती 17:1-3]
छ: दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और उसके भाई यूहन्ना को साथ लिया, और उन्हें एकान्त में किसी ऊंचे पहाड़ पर ले गया।
और उनके साम्हने उसका रूपान्तर हुआ और उसका मुंह सूर्य की नाईं चमका और उसका वस्त्र ज्योति की नाईं उजला हो गया।
और देखो, मूसा और एलिय्याह उसके साथ बातें करते हुए उन्हें दिखाई दिए।
अब, बाइबल हमें यह स्पष्ट रूप से नहीं बताती कि उन्होंने क्या चर्चा की। यीशु, एलियाह और मूसा। ने
हम ये नहीं जानते।
लेकिन बहुत से लोग मानते हैं कि ये दो महान गवाह मूसा और एलियाह हैं। क्योंकि वे भी वही कार्य करेंगे जो मूसा और एलियाह परमेश्वर की शक्ति से पुराने नियम में कर चुके है।
पानी को खून में बदलना। बारिस न बरसाना। और आग बरसाना
याद रखें, प्रकाशितवाक्य 11:5 भी कहता है:
और यदि कोई उन को हानि पहुंचाना चाहता है, तो उन के मुंह से आग निकल कर उन के बैरियों को भस्म करती है, और यदि कोई उन को हानि पहुंचाना चाहेगा, तो अवश्य इसी रीति से मार डाला जाएगा।
इन्हें अधिकार है, कि आकाश को बन्द करें, कि उन की भविष्यद्ववाणी के दिनों में मेंह न बरसे, और उन्हें सब पानी पर अधिकार है, कि उसे लोहू बनाएं, और जब जब चाहें तब तब पृथ्वी पर हर प्रकार की विपत्ति लाएं।
तो, क्या ये दो महान गवाह मूसा और एलियाह हैं?
खैर, हम इसे निश्चित रूप से नहीं कह सकते। हम बस ये नहीं जानते क्योंकि बाइबल हमें नहीं बताती और हम इसे मान नहीं सकते।
यह वास्तव में ऐसे लोग भी हो सकते हैं जिनके बारे में बाइबल में कोई उल्लेख नहीं किया गया है।परमेश्वर किसी को भी उपयोग कर सकता है,
लेकिन यहाँ पर एक दिलचस्प बात और भी है
जिसे मैं जल्दी से पढ़ना चाहूँगा क्योंकि यहाँ जकर्याह 4:1 से भी एक लिंक है।
[जकर्याह 4:1-2, 11]
फिर जो दूत मुझ से बातें करता था, उसने आकर मुझे ऐसा जगाया जैसा कोई नींद से जगाया जाए।
और उसने मुझ से पूछा, तुझे क्या देख पड़ता है? मैं ने कहा, एक दीवट है, जो सम्पूर्ण सोने की है, और उसका कटोरा उसकी चोटी पर है, और उस पर उसके सात दीपक है; जिन के ऊपर बत्ती के लिये सात सात नालियां हैं।
इसके पद 11 - 14 में
तब मैं ने उस से फिर पूछा, ये दो जलपाई के वृक्ष क्या हैं जो दीवट की दाहिनी-बाईं ओर हैं?
फिर मैं ने दूसरी बार उस से पूछा, जलपाई की दोनों डालियें क्या हैं जो सोने की दोनों नालियों के द्वारा अपने में से सोनहला तेल उण्डेलती हैं?
उसने मुझ से कहा, क्या तू नहीं जानता कि ये क्या हैं? मैं ने कहा, हे मेरे प्रभु मैं नहीं जानता।
तब उसने कहा, इनका अर्थ ताजे तेल से भरे हुए वे दो पुरूष हैं जो सारी पृथ्वी के परमेश्वर के पास हाजिर रहते हैं॥
उस समय, दो अभिषिक्त व्यक्ति यहोशू और जरुब्बाबेल हैं, एक राजा और एक याजक।
और नए नियम में भी , यूहन्ना, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में, जकर्याह से उद्धरण देता है।
वह उन्हें महान दो गवाहों के रूप में वर्णित करता है। क्या आपको लिंक दिखाई दे रहा है? वह उन्हें दो दीवटों के रूप में वर्णित कर रहा है।
वे जैतून के वृक्ष जिन्हें परमेश्वर अपनी शक्ति से उपयोग करने का अधिकार देता है।उसकी शक्ति उनके माध्यम से प्रवाहित होती है ताकि परमेश्वर अपनी इच्छा और उद्देश्य को पूरा कर सके।
लेकिन, हम अभी भी नहीं जानते कि ये दो महान गवाह कौन हैं। हमें कोई अंदाजा नहीं है और वास्तव में इससे ज्यादा फर्क भी नहीं पड़ता कि वे कौन हैं।
जो बात महत्वपूर्ण है वह यह है कि वे क्या करेंगे, और उनके बाद यीशु आएंगे, राजाओं के राजा और महान याजक।और वह लोहे की छड़ी से राज्य करेंगा ।
[प्रकाशितवाक्य 19:16]
और उसके वस्त्र और जांघ पर यह नाम लिखा है, राजाओं का राजा और प्रभुओं का प्रभु॥
[प्रकाशितवाक्य 21:5-8]
और जो सिंहासन पर बैठा था, उस ने कहा, कि देख, मैं सब कुछ नया कर देता हूं: फिर उस ने कहा, कि लिख ले, क्योंकि ये वचन विश्वास के योग्य और सत्य हैं।
फिर उस ने मुझ से कहा, ये बातें पूरी हो गई हैं, मैं अलफा और ओमिगा, आदि और अन्त हूं: मैं प्यासे को जीवन के जल के सोते में से सेंतमेंत पिलाऊंगा।
जो जय पाए, वही इन वस्तुओं का वारिस होगा; और मैं उसका परमेश्वर होऊंगा, और वह मेरा पुत्र होगा।
पर डरपोकों, और अविश्वासियों, और घिनौनों, और हत्यारों, और व्यभिचारियों, और टोन्हों, और मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा, जो आग और गन्धक से जलती रहती है: यह दूसरी मृत्यु है॥
क्या आप तैयार हैं? यह वह भविष्य है जिससे हम बच नहीं सकते। यह होने ही वाला है।
सभी पुराने नियम की भविष्यवाणियाँ - वे सभी पूरी होंगी।
कई पहले ही पूरी हो चुकी हैं - लगभग 300 से ज़्यादा।
केवल यीशु के क्रूस पर चढ़ाए जाने के पहले 24 घंटों के बारे में ही लगभग 27 भविष्यवाणियाँ थीं, और वे सभी पूरी हुईं।
और एक बात ध्यान से सुनो,
क्योंकि घड़ी की हर टिक टिक हमें अंत के समय के और करीब ला रही है।और इससे पहले भी, आप मर सकते हैं।
पर क्या आप तैयार हैं? मैं तो निश्चित रूप से तैयार हूँ ,मैं और ज़्यादा इंतजार नहीं कर सकता।
क्योंकि यह संसार, यह हमारा घर नहीं है।
यह सारा दर्द, यह सारी पीड़ा, जब हम मसीह के साथ होंगे तो वहाँ कोई आँसू नहीं होंगे,
कोई दर्द नहीं होगा, कोई कष्ट नहीं होगा, और मैं आज आपसे यह पूछना चाहता हूँ कि क्या आप तैयार हैं?
अगर आप तैयार नहीं हैं या डाउट में हैं,
तो
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आगे क्या होगा।तो ये वियूडियोज़ देख सकते है
पर एक बात हमेशा याद रखें, परमेश्वर आपसे प्रेम करता है। और मैं भी आपसे प्यार करता हूँ। Amen
Thank you May God bless you
Stay Tuned Stay Blessed