अपनी प्रीत का प्याला
Apni preet ka pyala (Lyrics)
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अपनी प्रीत का प्याला
पिला दे मुझे
अपने चरणों का दास
बना ले मुझे
कर करम बंदों पे अपने
ऐ मेरे परवरदिगार
रोज महशर में तू ही है
आशियां का ग़मगुसार
अपने दामन में
अब तो छुपा ले मुझे
तेरी उल्फत के मज़े का
ऐसा सौदा हो गया
उठते ही पर्दा टुई का
राज अफ़शा हो गया
अपनी प्रेम नगरिया
बता दे मुझे
अपनी प्रीत का प्याला…
In English,
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Apni preet ka pyala
Pila de mujhe
Apne charanon ka daas
Bana le mujhe
Kar karam bandon pe apne
Ae mere Parvardigaar
Roz-e-mahshar mein tu hi hai
Aashiyaan ka ghamgusar
Apne daaman mein
Ab to chhupa le mujhe
Teri ulfat ke maze ka
Aisa sauda ho gaya
Uthte hi parda tui ka
Raaz afsha ho gaya
Apni prem nagariya
Bata de mujhe
Apni preet ka pyala
Pila de mujhe…
जब एक प्यासा मन परमेश्वर की ओर देखता है, तो उसके होंठों से जो सबसे सच्चे बोल निकलते हैं — वो कुछ यूँ होते हैं:
"अपनी प्रीत का प्याला पिला दे मुझे, अपने चरणों का दास बना ले मुझे…"
यह गीत सिर्फ शब्दों का संकलन नहीं, बल्कि एक आत्मिक यात्रा है — एक टूटी आत्मा की पुकार, एक प्रेमी प्रभु की तलाश, और अन्त में उस दिव्य आलिंगन की लालसा जिसमें अनंत शांति छुपी है।
🍷 "अपनी प्रीत का प्याला" – यह क्या दर्शाता है?
प्रेम का प्याला यानी ख़ुदा का असीम प्रेम, वो पवित्र आत्मा की बरकत जो एक बार हृदय को छू जाए तो पूरी ज़िंदगी बदल देती है। यह पंक्तियाँ हमें बताती हैं कि परमेश्वर का प्रेम कोई दूर का आदर्श नहीं, बल्कि एक जीवित अनुभव है — जिसे आत्मा अपने भीतर पी सकती है।
"अपने चरणों का दास बना ले मुझे"
यह पूर्ण समर्पण की प्रार्थना है। एक ऐसा निवेदन जिसमें इंसान कहता है — अब मैं अपने जीवन का मालिक नहीं, तू बन जा प्रभु।
🙌 "कर करम बंदों पे अपने..." — इनसानियत की पुकार
यह पंक्ति उस दर्द को दर्शाती है जो हर इंसानी दिल में कहीं न कहीं होता है — एक करुण पुकार, एक अनकही उम्मीद, कि कोई है जो हर दर्द को समझ सकता है।
"रोज़ महशर में तू ही है, आशियाँ का ग़मगुसार"
यह बाइबल और कुरान दोनों के आख़िरी दिन की ओर इशारा करता है — जहाँ परमेश्वर ही होगा जो हर आंसू पोछेगा। एकमात्र सहारा, एकमात्र न्यायी।
💫 "तेरी उल्फत के मज़े का ऐसा सौदा हो गया…"
यह प्रेम रहस्य है। जैसे-जैसे आत्मा प्रभु के प्रेम में डूबती है, उसके सामने परदे उठते जाते हैं। यह "पर्दा टुई का उठना" उस आत्मिक अंधकार के हटने का प्रतीक है, जो हमें सत्य से दूर रखता है।
"राज़ अफ़शा हो गया"
अब वो सत्य प्रकट हो गया है — मसीह में छुपा हुआ जीवन, शांति, मुक्ति और प्रेम का अनंत स्रोत।
🏞️ "अपनी प्रेम नगरिया बता दे मुझे"
यह आखिरी पंक्ति एक ऐसी विनती है, जहाँ आत्मा अपने असली घर को देखना चाहती है — वो नगर, जहाँ कोई आँसू नहीं, कोई मृत्यु नहीं, कोई दर्द नहीं। यह स्वर्गीय राज्य की इच्छा है, जहाँ प्रभु के साथ अनंतकाल बिताया जा सके।
🕯️ निष्कर्ष: एक गीत, एक यात्रा
"अपनी प्रीत का प्याला" एक साधारण गीत नहीं है — यह एक आत्मा की पुकार है अपने परम निर्माता की ओर। यह गीत हर उस दिल से बात करता है जो थका है, टूटा है, या परमेश्वर के प्रेम का अनुभव करना चाहता है।
अगर आप आज भी अपने जीवन में शांति, उद्देश्य और परम प्रेम की तलाश में हैं — तो यह गीत आपके लिए है।
🙏 क्या आपने कभी अपने जीवन में प्रभु से यही प्रार्थना की है?
"अपने दामन में अब तो छुपा ले मुझे…"
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